शिवपुरी। खबर किसानों से जुडी हुई है। यहां लगातार किसानों की समस्या को लेकर कलेक्टर से लेकर मंत्री और प्रधानमंत्री तक परेशान है। पर शिवपुरी जिले में किसानों की हालात बद से बदतर होती जा रही है। हालात यह है कि एक तरफ तो पूरे जिले में बाढ से किसानों की फसले पूरी तरह चौपट हो गई है। वही दूसरी और शिवपुरी में अधिकारी किसानों के धैर्य की परीक्षा लेने में लगे हुए है। हालात यह है कि इस मौसम में अब किसानों को बारिश की फसल बरबाद होने के चलते सरसों,चना की फसल के लिए डीएपी खाद की जरूरत है।
इसी के चलते किसान अब खाद के लिए दर दर की ठौंकरे खाने को मजबूर है। हालात यह है कि दो से चार कट्टों के लिए किसान जिला मुख्यालय पहुंच रहे है। परंतु यहां भी हालात यह है कि यहां जिम्मेदार अधिकारी किसानों को परेशान कर रहे है। बताया गया है कि इस बार मठाधीश राकेश पाराशर के मठ के ढहते ही हालात यह हो गए है कि सहकारिता विभाग में कोई भी जिम्मेदार जिम्मेदारी लेने तैयार नही है। इसी के चलते अब जिले में सोसाईटीयों पर खाद नहीं पहुंच सका है।
हवाई पट्टी के पास लुधावली क्षेत्र में किसान भूखे प्यासे सुबह 6 बजे से अपनी बारी का इंतजार कर रहे है। यहां हालात यह है कि बाहर स्थिति गुमटी पर दुकानदार पानी का पाउच 5 रूपए में दे रहा है। दूर दूर तक पानी नहीं होने के चलते किसान परेशान है। किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यहां जो खाद वितरण करने आए है वह सिर्फ व्यापारियों को खाद दे रहे हैै। किसान यहां सुबह से लाईन लगाकर खडे है। यहां कोई सुनने वाला नहीं है। यहां अधिकारी महज एक छोटी सी खिडकी पर अंदर बैठकर किसानों की पर्चियां बना रहे थे और किसान अपनी बारी के लिए मारामारी पर उतारू दिखाई दे रहे थे।
इस मामले की सूचना पर भोपाल समाचार की टीम मौके पर पहुंची और वहां से लाईव खबर दिखाई और इस मामले से एसडीएम गणेश जायसबाल को अबगत कराया। एसडीएम ने तत्काल तहसीलदार बीएम कुशवाह को मौके पर भेजा। परंतु यहां हालात यह बने की तहसीलदार ने किसानों की समस्या को सुनने के लिए गाडी से उतरना भी मुनासिब नहीं समझा और बाहर ही खाद प्रभारी को बुलाकर वहां से चले आए।
इनका कहना है
हम यहां आए है अब हमने व्यवस्था बनाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारीयों को बता दिया है वह अपने लोग यहां भेज रहे है। जिससे अभी एक ही काउण्टर चल रहा है वह एक और प्रारंभ हो जाएगा। जिससे किसानों को सहुलियत के साथ खाद मिल सकेगा।
बीएम कुशवाह,तहसीलदार शिवपुरी।