शिवपुरी। जिला अस्पताल का इस समय कोई धनी धोरी नजर नहीं आ रहा है, यहां पहुंचने वाले मरीजों के साथ खुलेआम लूट खसोट चल रही है। आज एक आदिवासी महिला से अस्पताल के कर्मचारी ने मल्लम पट्टी करने के ही 500 रुपए ऐंठ लिए, इस बात की जानकारी जब सहरिया क्रांंति के संयोजक संजय बेचैन को लगी तो उन्होंने तत्काल अस्पताल पहुंचकर उक्त कर्मचारी से गरीब महिला के पैसे वापस दिलवाए। उक्त मामले में सिविल सर्जन ने कर्मचारी सुनील योगी को निलम्बित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार राजकुमार आदिवासी घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती था उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था, आज राजकुमार की ड्रैसिंग होने थी जिसके लिए अस्पताल के कर्मचारी सुनील योगी ने राजकुमार की मांग दक्खो बाई से पहले 360 रुपए की मांग की फिर उससे 500 रुपए ले लिए और पट्टी करने में न नुकुर करने लगा।
आदिवासियों के द्वारा कई बार गुहार लगाने के बाद भी जब सुनील योगी ने पट्टी नहीं की तो आदिवासियों ने इस बात की जानकारी सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बेचैन को दी। संजय बेचैन ने मौके पर पहुंचकर उक्त अस्पताल कर्मचारी को फटकार लगाई और तत्काल आदिवासियों के पैसे वापस करवाए। उक्त मामले की जानकारी जैसे ही सिविल सर्जन को लगी तो उन्होंनेे तत्काल इस कर्मचारी सुनील योगी को निलम्बित कर दिया है।
अस्पताल में नहीं होती कोई सुनवाई
वहां मौजूद अधिकांश लोगों ने बताया कि अस्पताल में कोई सुनवाई नहीं हो रही, डॉक्टर अपने ड्यूटी रूम से बाहर निकलकर नहीं आते जो कर्मचारी वार्ड में और ट्रामा सेंटर में ड्यूटी देते हैं वे मरीजों से अभद्रता करते हैं एवं पैसों की मांग करते हैं इस कारण कई लोग परेशान हैं। यहां अस्पताल में मृत्यु उपरांत शवों को पीएम हाउस तक ले जाने के लिए भी लोगों को अपनी जेब से 300-300 रुपए देने पड़ रहे हैं। इसके बाद जब शव को घर ले जाते हैं तब दो से ढाई हजार का खर्चा एक्सस्ट्रा दिया जा रहा है।