सहाब! बेटी के बदले बेवा ससुरालजनों से मांग रही है 3 लाख, नही दिए तो दहेज प्रताणना का आरोप लगाया

Bhopal Samachar
शिवपुरी। आज पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल को एक परिवार के लोगों ने आवेदन देते हुए बेटी के बदले तीन लाख रूपए की मांग का आरोप लगाया है। साथ ही पैसे नहीं देने पर उक्त महिला ने पूरे परिवार पर दहेज प्रताणना का मामला दर्ज करा दिया है।

जानकारी के अनुसार रमन पुत्र हरनाम लोधी के अनुसार उसके बड़े भाई सुरेंद्र की शादी ठकुरपुरा पिछोर निवासी कल्पना पुत्री सूरज सिंह लोधी से हुई थी। शादी के बाद सब-कुछ अच्छा चल रहा था। दोनों के यहां एक बेटी सोनिका का जन्म हुआ। इसी दौरान करीब 3 साल पहले सुरेंद्र की बीमारी के चलते मौत हो गई, जिसके बाद कल्पना अपनी बेटी को लेकर मायके जाकर रहने लगी।

रमन वह कई बार उन्हें लेने गए, लेकिन वह नहीं आई। तब ससुराल वालों ने कल्पना से कहा कि वह उनकी बेटी उनके सुपुर्द कर दे, ताकि वह उसे पढ़ा-लिखाकर अच्छी परवरिश दे सकें। इस पर कल्पना ने जायदाद में से हिस्सा मांगना शुरू कर दिया। बहू की मांग पूरी करने उसने अपने बेटे के हिस्से की 4 बीघा जमीन पोती सोनिका के नाम कर दी।

यह बात कल्पना को नगबार गुजरी, क्योंकि कल्पना जमीन अपने नाम कराना चाहती थी। ससुराल वालों ने सोनिका के बेहतर भविष्य के लिए उसे पाने के काफी जतन किए, लेकिन जब कल्पना ने बेटी को वापस करने के ऐवज में 3 लाख रुपए की मांग रखी तो ससुर हरनाम के पैरों तले जमीन खिसक गई।

आखिरकार मामले को सुलझाने के लिए समाज की पंचायत 14 सितंबर को बुलाई गई, जिसमें सभी पहलुओं पर बात हुई, परंतु बात नहीं बनी और पंचायत फैल हो गई। इस पंचायत में कल्पना के भाई ने ससुराल वालों को झूठे आपराधिक प्रकरण में फंसाने की धमकी दी। तो हरनाम और उसका बेटा रमन 15 तारीख को जब एसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराने आए, तभी कल्पना ने पिछोर थाने में ससुर हरनाम सहित सास मीरा, ननद मालती पर मारपीट करने और दहेज प्रताड़ना की एफआईआर दर्ज करा दी।

एसपी ऑफिस के कैमरे में कैद इंसाफ

रमन के अनुसार 14 तारीख को धमकी मिलने के बाद वह 15 सितंबर को मामले की शिकायत दर्ज कराने जब एसपी ऑफिस आए। उस समय भाभी मारपीट करना दर्शा रही है। रमन का कहना है कि भाभी के अनुसार हमने उनको दोपहर 12 बजे मारा-पीटा और प्रताड़ित किया। जबकि घटना के समय हम एसपी ऑफिस में थे, इस बात की गवाही एसपी ऑफिस के सीसीटीवी कैमरे दे सकते हैं।

आई नहीं तो कब और कहां पीटा

इस पूरे मामले में हरनाम के गांव वालों सहित सरपंच ने एक पंचनामा तैयार करके दिया है कि कल्पना जिस तारीख की घटना बता रही है, उस तारीख को वह गांव में आई ही नहीं है। तो फिर उसके साथ मारपीट कब और कहां हुई?
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