1 करोड की जमीन बेचने का षडयंत्र हुआ बेनकाब:जमीन मलिक और पिता का नाम एक,बन गई किताब - kolaras News

Bhopal Samachar
कोलारस। विगत 10 दिनों से फर्जी तरोके से माफियाओं द्वारा जमीन को बेचने का षडयंत्र उस समय असफल हो गया जब असली भूमि स्वामी प्रकट हो गया। कोलारस मैं करोड़ों की हाईवे स्थित जमीन को खुर्द बुर्द करने का षडयंत्र पिछले कुछ समय से चल रहा था उक्त भूमि की रजिस्ट्री की भी प्रक्रिया भी जमा ली गई थी।लेकिन जैसे ही मूल भूमिस्वामी को इसकी जानकारी लगी तो वह प्रकट हो गया और रायता फैल गया।

मूल भूमि स्वामी ने इस मामले को लेकर एक आवेदन कोलारस पुलिस को सौंपा हैं। इस आवेदन के अनुसार भूमि सर्वे नम्बर 370/2,371,372,कुल रकवा 1.99 स्थित मनीपुर जो बायपास फोरलेन पर स्थित है। यह भूमि भूमिस्वामी मंगल सिंग पुत्र लक्ष्मण सिंह के नाम से खसरा मैं दर्ज है।

बताया गया है कि इस भूमि के खसरा मैं भूमिस्वामी की जाति अंकित नही है इसका लाभ उठाकर मोहराई निवासी मंगल सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह यादव ने ष्डयंत्र रचते हुए उक्त करोड़ों की भूमि को बेचने की योजना बनाना शुरु की।

उकत भूमि हाईवे के किनारे होने के कारण करोडो रूपए की हैं,लेकिन उकत षडयंत्रकारियो को इस भूमि को बेचने की प्लानिंग करते हएु इसकी किताब भी जारी करा ली गई थी,लेकिन किसी तरह यह मामला भूमि के मूल स्वामी के पास पहुंच गया।

मूल भूमि स्वामी ने इस पूरे षडयंत्र की शिकायत कोलारस पुलिस को एक आवेदन के माध्यम से की हैं। बताया जा रहा है कि इस भूमि को बेचने वालो के खिलाफ जैसे ही पुलिस को आवेदन दिया वे गायब हो गए।


इस भूमि के मूल स्वामी मोहराई के यादब जाति के न होते हुए राजगढ़ के राजपूत बताए जा रहे है। विगत दिवस उन्होंने आकर एक आवेदन के माध्य्म से पूरे मामले का खुलासा किया और माफियाओं पर सख्त कार्यवाही कराने की बात कही।

हैरत की बात ये है कि ऑनलाइन रजिस्ट्री के समय भी माफियाओं ने उक्त कारनामे को बड़ी चालाकी से अंजाम देने की सोच रची। आगे इस प्रकार के माफियाओं से राजस्व विभाग और रजिस्टार कार्यालय के आधकारी वर्ग को सजग रहने की आवश्यकता है।
शायद इसी कारण शांसन ने मौका स्थल पर जाकर पंचनामा तैयार करने का नियम बनाया है ताकि राजस्व की लूट भी बचे और इस प्रकार के बिक्रय पर रोक लग सके।
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