शिवपुरी। कोरोना ने व्यापार से लेकर कारोबार और लोगों के जीवन से लेकर दिनचर्या को ही बदलकर रख दिया है। लोग एक दूसरे से मिलते थे और उनके सुख और दुख में साथी बनते थे लेकिन अब तो कोरोना के चलते लोग एक दूसरे से हाथ मिलाने से भी कतराने लगे हैं।
इतना ही नहीं अब लोग न तो किसी तो अपनी बर्थ डे में बुला रहा है और न ही मौत में क्योंकि कोरोना की गाइड लाइन के चलते आयोजनों पर रोक है तो दूसरी ओर अंतिम यात्रा में महज 20 लोगों की अनुमति दी है ऐसे में लोग खुशियों का इजाहर और दुख के समय अपनी संवेदनाएं सोशल साइट पर ही दे रहे हैं।
मैरिज एनीवर्सरी पर सोशल साइट पर बधाई
कोरोना के पहले लोग अपनी शादी की सालगिरह पर पार्टी का आयोजन करते थे लेकिन कोरोना आया तो सारा का सारा स्वरूप ही बदल गया है। अब तो लोग आयोजनों से भी पीछे हटने लगे हैं। इतना ही नहीं मैरिज एनीवर्सरी पर लोग अपने फोटो डालते हैं या उनके दोस्त उनके फोटो डालते हैं तो बधाईयां भी सोशल साइट पर ही शुरू हो जाती है।
बर्थडे पर पार्टी नहीं बधाई
बर्थडे पर पहले दोस्तों के साथ लोग पार्टी करने जाते थे इतना ही नहीं किसी होटल या रेस्टोरेंट या फार्म हाउस पर पार्टी होती थी लेकिन अब तो बधाईयां भी रह गई है और वह भी सोशल साइट पर।
शादियों में जाने से कतराते लोग
पहले शादी समारोहों में 500 से 1 हजार लोगों की भीड उमडती थी और लोगों का एक दूसरे से मिलने के साथ साथ लजीज व्यंजनों का स्वाद भी चखने को मिलता था लेकिन अब तो शादियों में महज 50 लोग ही रह गए हैं। ऐसे में आयोजकों को भी यह समझ नहीं आता कि किसे बुलाए या किसे न बुलाएं। यह सब कोरोना का ही असर है कि अब लोग एक दूसरे के सुख दुख में जाने से भी कतराने लगे हैं।