शिवपुरी। शिवपुरी जिले की सीमाएं यूपी और राजस्थान को भी छू रही है। ऐसे मूूें यहां से गुजरने वाले फोरलेन हाइवे पर रफतार एक्सीडेंट का कारण बन रही है। ऐसे में रफतार पर अंकुश लगाकर सडक हादसों पर अंकुश लगाने के लिए वर्चुअल मीटिंग आयोजित की गई। सडक एवं परिवहन मंत्रालय ने एक्सीडेंट के संबंध में डाटा बेस तैयार करने के लिए आरएडी ऐप जारी किया है। जिसके क्रियान्वयन को लेकर यह मीटिंग आयोजित की गई थी।
एक्सीडेंट वाले पाइंट पर लगवाए होर्डिंग
शिवपुरी पुलिस के अधिकारियों ने मीटिंग में बताया कि कोलारस और करैरा जैसे फोरलेन हाइवे पर जहां सबसे अधिक एक्सीडेंट हुए उन स्थानों को चिन्हित कर वहां होर्डिंग लगाए गए हैं जिससे वाहन चालक उस स्थान पर वाहन की रफतार धीमी करें और वह सुरक्षित सफर कर सके।
तेल रफतार पर लगाम लगाने वैरीकेट
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हाइवे पर जो भी थाने हैं उनके सामने बैरीकेिटंग भी की गई है जिससे तेज रफतार वाहन को अपनी रफतार पर काबू करना होता है साथ ही अपराधियों को भी पकडने में सहुलियत मिलती है।
कई डेंजर पाइंट पर चेतावनी संकेतक
जिले में कई ऐसे डेंजर पाइंट हैं जिन पर आए दिन सडक हादसे घटित होते हैं। ऐसे स्थानों पर संकेतक लगाए गए हैं जिससे वाहन चालक इन स्थानों पर सावधानी से चल सके।
मवेशी क्षेत्र में लगवाई जाली
जहां मवेशी सडकों पर आ जाते थे जिससे कईबार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होते थे। ऐसे स्थानों पर एनएचएआई के सहयोग से जाली लगाई गई हैं जिससे मवेशी सडकों पर न आए और एक्सीडेंट न हो।