राठखेड़ा के क्षेत्र में गरीबों के हक पर डांका, खुलेआम गरीबों का राशन पचा गए PDS माफिया, अधिकारी भी है लिप्त- Shivpuri News

Bhopal Samachar
पोहरी। जिले के पोहरी अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में हाल ही में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते नागरिकों को खाद्यन्न की कमी न खले इसके लिए प्रदेश व केन्द्र सरकार द्वारा नि:शुल्क खाद्यन्न सामग्री उपलब्ध कराई गई। जिसको उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से बगैर फिंगर लगाए खाद्यन्न सामग्री प्रदान कराना थी, लेकिन पोहरी विधानसभा क्षेत्र के अधिक गांव में वितरण नहीं हो सका। अधिकारी एवं उचित मूल्य की दुकानदारों की मिली भगत के चलते पूरा का पूरा राशन ब्लैक मार्केट के हवाले उतार दिया गया।

विदित हो कि उल्लेख करना प्रासंगिक होगा की राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा के विधानसभा क्षेत्र में ही यदि यह स्थिति हैं तो अन्य विधानसभाओं में क्या हो रहा होगा इसका अंदाजा लगाना मुमकिन हैं। क्योंकि मंत्री के क्षेत्र में ही गरीबों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं। अब देखना यह है कि मंत्री श्री राठखेड़ा इन दोषी अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्यवाही करते हैं।

हाल ही में उचित मूल्य की दुकानदारों द्वारा प्रत्येक माह के राशन का वितरण करके शासन द्वारा भेजा गया नि:शुल्क सामग्री गोदाम से उठाकर दुकान तक तो पहुंचाया लेकिन हितग्राहियों इसका वितरण न करते हुए एक स्थानीय मेटाडोर के माध्यम से सीधा का सीधा गेंहू को आटा गोदामों तक पहुंचा दिया गया।

जिसकी जानकारी स्थानीय खाद्य अधिकारी को होने के बाद भी आज तक एक भी उचित मूल्य की दुकानदार को कार्यवाही नहीं की जबकि ग्रामीणों ने पोहरी खाद्य विभाग में आकर शिकायत तक की गई लेकिन ऐसा क्या कारण रहा हैं अधिकारी महोदय उनका स्थल निरीक्षण भी नहीं कर सके।

यह मामला पिछले 15 दिनों लगातार क्षेत्र में गर्माया हुआ इसके बाद भी उनका कहना हैं कि 80 प्रतिशत दुकानों पर राशन का वितरण हो चुका हैं, लेकिन ग्रामीणों का कहना हैं कि अभी सिर्फ हमें दो माह का ही राशन मिला हैं।

प्रत्येक माह बार इस तरह पहुंचा पोहरी क्षेत्र उचित मूल्य की दुकानों पर आवंटन

बताया जाता है कि प्रत्येक माह पोहरी विधानसभा में लगभग 6 हजार क्विंटल से अधिक आवंटन जारी किया जाता हैं। जो उचित मूल्य की दुकानों पर पहुंचा हैं लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी के चलते शासन कुछ विशेष आवंटन और भेजा गया था। जिसके आंकड़े नीचे दिए गए हैं।

प्रत्येक माह जारी किया गया जाने वाला आवंटन

गेंहू,चावल,शक्कर एवं नमक क्रमश: 6338 क्विंटल 1337 क्विंटल 7434 कि. 284 क्विंट. जबकि पूरे जिले में इतना आवंटन जारी किया गया हैं। जिसमें पीएम कोष में आवंटित गेंहू 95500 क्विंटल,सीएम कोष में आवंटित गूंह 86400, सीएम कोष में आवंटित चावल 2500क्विंटल शामिल हैं। जबकि शासन द्वारा और अतिरिक्त भेजा गया था लेकिन ...

सूत्रों ने बताया कि सेल्समैनों के इशारों पर चलते हैं खाद्य अधिकारी

बताया तो यह भी जाता हैं कि पोहरी विधानसभा क्षेत्र में उचित मूल्य की दुकान संचालित करने वाले दुकानदारों से खाद्य अधिकारी सीधा संवाद स्थापित नहीं करते हैं क्योंकि उन्होंने एक दो सैल्समैनों को अपने मुंह लगा रखा हैं उनके माध्यम से सारी की सारी दुकानों से जो भी जानकारी एवं सुविधा लेना होती हैं वह उनके माध्यम से ही पहुंचाई जाती हैं।

एक दर्जन से अधिक दुकानों पर नहीं हुआ राशन का वितरण

अप्रैल माह में तहसीलदार के प्रतिवेदन पर ग्राम पंचायत टोड़ा, भौराना उचित मूल्य की दुकान जिसमें बताया गया है कि दो महीने का राशन वितरण नहीं किया। उसी तरह भोराना मैं इसी तरह घर-घर जाकर फिंनगर लगवा लिए और उनसे बोला कि अभी राशन आया नहीं है।

अगली 7 तारीख को राशन आएगा जब मैं वितरित कर दूंगा तहसीलदार विजय शर्मा द्वारा भोराना और टोड़ा में जाकर ग्रामीणों से चर्चा की तो उन्होंने लिखित में तहसीलदार को शिकायत आवेदन दिया। इसी तरह आकुर्सी, हर्रई, रसेरा, सढ़, ककरैई सहित अनेक दुकानों पर गेंहू का वितरण नहीं हुआ जिसकी जांच कराने की मांग स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से की हैं।
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