स्वास्थ्य विभाग का कारनामा: एक सैंपल की 2 रिर्पोट, 1 पॉजीटिव, 1 निगेटिव - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कोरोना से लडने के लिए स्वास्थय विभाग तमाम दावे कर रहा हैं,लेकिन लोगो से कोविड के निमयो का पालन करने का आग्रह कर रहा हैं,लेकिन स्वयं कोविड के मामले में गंभीर लापरवाही बरत रहा है। ऐसी की एक लापरवाही का मामला समाने आया हैं। बताया जा रहा है कि एक सैंपल की 2 जांच रिर्पोट स्वास्थय विभाग ने थमा दी एक पॉजीटिव और एक निगेटिव अब किसको मना जाए यह उलझन है।

जानकारी के मुताबिक एडवोकेट एवं ओथ कमिश्नर आनंद माथुर की बेटी ने 2 अप्रैल को जिला अस्पताल शिवपुरी में सैंपल टेस्ट कराया था। लेकिन 4 अप्रैल को सूचना दी कि रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आई है। छात्रा हाईकोर्ट स्टेनो की परीक्षा देने के लिए उसी दिन शाम को राजस्थान जाने वाली थी। 5 अप्रैल को टीम घर आई और क्वारेंटाइन करके चली गई।

साथ ही 5 अप्रैल को ही मोबाइल पर मैसेज आया, जिस पर गौर नहीं कर पाए। एडवोकेट माथुर ने बताया कि 10 अप्रैल को मोबाइल के मैसेज चैक किए तो पता चला कि एक मैसेज में रिपोर्ट पॉजिटिव और दूसरे में निगेटिव भेजी गई है।

छह दिनों से काम प्रभावित, छोटे भाई की बेटी भी परीक्षा देने नहीं जा सकी:

एडवोकेट माथुर का कहना है कि हाईकोर्ट की तरफ से वह शिवपुरी कोर्ट में ओथ कमिश्नर हैं और शपथ उनके माध्यम से होती हैं, लेकिन मेरी बेटी को पॉजिटिव बता देने के बाद हम घर पर क्वारेंटाइन हैं। छह दिनों से कोर्ट नहीं जा सका जिससे काम प्रभावित है। साथ ही छोटा भाई व्यवसाय करता है, उसका काम भी नहीं हो पा रहा। छोटे भाई की बेटी भी आईटीआई की परीक्षा देने नहीं जा सकी।

घर पर 14 अप्रैल तक का क्वारेंटाइन बोर्ड लगा है
बेटी को पॉजिटिव और निगेटिव को लेकर असमंजस में हैं और कोई भी सुध लेने नहीं आया है। एडवोकेट माथुर के घर 4 से 14 अप्रैल तक का क्वारेंटाइन बोर्ड लगा हुआ है। इस मामले में कलेक्टर ने जानकारी लेने की बात कही है। ताकि पता चल सके कि किसकी गलती से निगेटिव व पॉजिटिव रिपोर्ट के मैसेज भेजे गए हैं।
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