भ्रष्टाचार के दोषी अधिकारी को VIP ट्रीटमेंट, शिवपुरी अस्पताल प्रबंधन सेवा में जुटा - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी
। अस्पताल प्रबंधन दवारा सजायाफ्ता कैदी को vip ट्रीटमेंट दिया जा रहा हैं। सारे नियमों को ताक पर रखकर रिश्वखोर सरकारी अधिकारी को रिश्वत की दम पर इलाज के नाम पर सारी सुविधाए दी जा रही हैं, जो एक सुविधा जनक हॉटल के रूम में दी जाती हैं। आपको जानकारी के लिए बता दे कि रिश्वत के मामले में दोष सिद्ध हो चुके शिवपुरी में पदस्थ रहे एडीएम के जेडयू शेख इलाज के नाम पर जेल की सलाखों से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रदीप तोमर मोंटू की रिपोर्ट के अनुसार 5 मार्च को शिवपुरी जिले के इतिहास में अब तक के सबसे चर्चित मामले में कोर्ट का फैसला सुनाया था। मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा के 1988 बैच के वरिष्ठ अधिकारी जेडयू शेख को कोर्ट ने भ्रष्ट्राचार के मामले में 5 साल जेल की सजा सुनाई थी।

5 मार्च की शाम जेल जाने के बाद भ्रष्ट्राचारी अधिकारी जेडयू शेख के सीने में दर्द की शिकायत के बाद जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर एसएस वर्मा मेडिसन विभाग जेडयू शेख का इलाज कर रहे हैं। सूत्रों का कहना हैं कि इस समय जेडयू शेख का उपचार केवल टेबलेट पर चल रहा हैं, शुगर बढनें की समस्या हैं।

कैदी वार्ड की जगह आईशोलेशन वार्ड में हैं भर्ती

नियमानुसार जेल के कैदी को अगर इलाज के लिए लाया जाता हैं और उसे भर्ती करना पड़ता हैं तो उसे कैदी वार्ड में भर्ती किया जाता हैंं, लेकिन इस रिश्वखोर अधिकारी के लिए आईशोलेशन वार्ड खोल दिया गया है। सवाल खडा होता हैं अस्पताल प्रबंधन ने ऐसा क्यों किया। जबकि कैदीवार्ड खाली पड़ा हुआ है। 

यह कहा डॉक्टर वर्मा ने, केवल टेवलेट पर

शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने डॉक्टर वर्मा से रिश्वतखोर एडीएम के स्वास्थ्य और इलाज के विषय में बातचीत की गई तो डॉ वर्मा ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीज जेडयू शेख को ब्लड प्रेशर ओर सीने के दर्द की शिकायत हैं और शुगर भी बढ़ रही है। भर्ती मरीज को अब किसी भी तरह की बोतल नहीं लग रही हैं और इजेंक्शन भी नही लग रहे हैं केवल टेवलेट पर ही रखा गया है। ईसीजी में चैजेंस नही हैं।

झूठ बोल रहे हैं डॉक्टर वर्मा

अगर मरीज को ब्लड प्रेशर और सीने में दर्द है तो उसे आईसीयू में भर्ती क्यों नही किया गया हैं, सीने में दर्द और ब्लड प्रेशर की अगर शिकायत हैं उसे नियमानुसार आईसीयू में भर्ती किया जाना चाहिए क्योंकि आईसीयू में ट्रेंड स्टाफ रहता हैं 10—20 मिनिट के अंदर मॉनिटिरिंग होती है।

आईसीयू में आक्सीजन और मॉनिटर रहता हैं, किसी भी क्रिटीकल स्थिति में मरीज को तत्काल उपचार दिया जा सकता हैं, लेकिन यह इतने क्रिटीकल केस में रिश्वतखोर मरीज को आईशोलेशन में भर्ती किया अगर अचानक इलाज की जरूरत पड़े तो इलाज कैसे होगा। तत्काल इलाज के अभाव में मरीज की मौत भी हो सकती हैं।

कुल मिलाकर रिश्वतखोर को रिश्वत लेकर VIP ट्रीटमेंट दिया जा रहा है

मामला पूरा आईने की तरफ साफ हैं जेडयू शेख को एक सुनियोजित तरीके से जेल की सलाखों से बचाया जा रहा हैं। जेडयू शेख केवल टेवलेट पर हैं और जिस प्रकार आइसोलेशन वार्ड में रह रहे हैं, जेल में भी रह सकते हैं। 

जेडयू शेख कभी भी फरार हो सकते हैं, उनकी हत्या हो सकती है

जेडयू शेख के सुरक्षा के विषय में आरआई से बातचीत की गई तो उन्होने बताया कि एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई हैं। सूत्र बता रहे हैं कि पुलिसकर्मी बाहर बैठा है और अंदर कमरे में अकेल जेडयू शेख हैं.....अब सवाल उठता है कि जेडयू शेख अकेले अंदर कमरे मे है तो वह खिडकी तोडकर फरार भी हो सकते हैंं।
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