300 बिस्तर अस्पताल की चमचमाती बिल्डिंग तैयार, लेकिन घोटाले ने लगा दिया ग्रहण, नही शुरू हो पा रहा हैं उपचार - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कागज के टूकडे पर बनकर तैयार हुआ शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के 300 बिस्तर के नए अस्पताल के लिए बिल्डिंग बनकर तैयार हो चुकी हैं,15 मार्च से इस बिल्डिंग में मरीजो का उपचार शुरू होना था,लेकिन इस अस्पताल पर घोटाले का ग्रहण लग गया हैं,इस कारण अब इसमें मरीजो को उपचार तो छोडिए ओपीडी भी शुरू नही हो पा रही है।

ऐसा इसलिए क्योंकि मेडिकल कॉलेज में शुरूआती भर्ती प्रक्रिया में घोटाला सामने आने के बाद से प्रदेश सरकार ने नई भर्तियां की ही नहीं हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी भर्ती घोटाले के जिम्मेदारों पर न कार्रवाई कर रहे हैं और ना ही खाली पदों पर नई भर्तियां कर रहे हैं। इस कारण मरीजों के लिए नई अस्पताल बिल्डिंग की सौगात नहीं मिल पा रही है।

मेडिकल कॉलेज परिसर में पांच मंजिला नई अस्पताल बिल्डिंग 15 मार्च से प्रारंभ की जाना थी। लेकिन सफाई, सुरक्षा और प्रशासकीय अमला बहुत कम होने से अस्पताल शुरू नहीं पा रहा है। सिर्फ सामान्य ओपीडी चालू करने के लिए 180 कर्मचारियों की जरूरत है।

चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को कई पत्र लिखने के बाद भी खाली पड़े सफाई, सुरक्षा और प्रशासकीय पदों पर भर्ती के लिए कोई निर्देश जारी नहीं हुए हैं। इसके अलावा भी टीचिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ के भी कई पद खाली हैं। जब तक नए स्टाफ की भर्ती नहीं होगी, तब तक नई अस्पताल बिल्डिंग प्रारंभ होना मुश्किल है। इधर जिला अस्पताल शिवपुरी में मरीजों की संख्या अधिक है और ऊपर से यहां भी स्टाफ की कमी के चलते इलाज में परेशनी हो रही है।


कर्मचारियों को दो माह से वेतन नहीं, कुछ को आठ में से दो माह का ही वेतन मिला
मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के अधिकारी और कर्मचारियों का दो महीने का वेतन नहीं मिला है। करीब 3.40 करोड़ रुपए वेतन के जारी होना है। वहीं वार्ड ब्वॉय के आठ माह से रुके वेतन में से सिर्फ तीन महीने का वेतन मिला है। वहीं दवाओं के लिए 50 लाख रु. और चादर आदि सामान के लिए 20 लाख रु. की मांग अलग से भेजी है।

स्टाफ नर्स के स्वीकृत पदों में से सिर्फ 29% ही कार्यरत

मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में स्टाफ नर्स के स्वीकृत पदों में से सिर्फ 29% ही कार्यरत हैं। जबकि कॉलेज में 311 पद स्वीकृत हैं जिनमें से मात्र 51 स्टाफ नर्स कार्यरत हैं। स्टाफ नर्स के 260 पद अभी भी खाली पड़े हैं, यानी 71% स्टाफ नर्स की अभी भर्ती होना बाकी है।

सफाई, सुरक्षा सहित प्रशासकीय कार्य के लिए 180 कर्मचारियों की जरूरत

मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में मौजूदा समय में आउटसोर्स से सफाईकर्मी 24, सुरक्षा गार्ड 24 और प्रशासकीय कार्य के लिए 24 कर्मचारी पदस्थ हैं। इनमें से भी अधिकांश स्टाफ जिला अस्पताल में लगा है। नया अस्पताल शुरू करने के लिए अभी 180 कर्मचारियों की जरूरत है। यानी तीनों कार्यों के लिए 60-60 कर्मचारियों की और जरूरत है। जिला अस्पताल शिवपुरी में मरीजों की संख्या अधिक रहने और यहां भी स्टाफ की कमी के चलते इलाज में परेशानी हो रही हैं।

स्टाफ की कमी के कारण शुरू नहीं कर पा रहे ओपीडी

नया अस्पताल चालू करने के लिए सफाई, सुरक्षा और एडमिन के लिए 180 स्टाफ की जरूरत है। हमने 1 मार्च को चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को पत्र लिखा है। इससे भी कई पत्र लिख चुके हैंं। मंत्री की नोटशीट भी पुटअप करके वरिष्ठ कार्यालय को अवगत कराया है। यदि उक्त स्टाफ जल्द मिल जाता है तो हम सामान्य ओपीडी तुरंत शुरू करा देंगे। स्टाफ की कमी के कारण 15 मार्च को अस्पताल शुरू नहीं करा पा रहे हैं।
डॉ अक्षय निगम, डीन, मेडिकल कॉलेज शिवपुरी
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