करैरा। खबर जिले के सिरसौद थाना क्षेत्र से आ रही हैं कि थाना क्षेत्र में घर में सो रहे आदिवासियो के घर में घुसकर मारपीट कर दी,पिटाई इतनी बेहरमी से की गई एक महिला आदिवासी की हालत गंभीर बताई जा रही है। कारण बताया जा रहा हैं कि आधी रात रेत का डंफर भरने क्यो नही गए। बताया जा रहा है कि पहले आदिवासियो पर अमोला थाने में मामला दर्ज कराया और फिर आधी रात सोते हुए मजदूरो पर हमला कर दिया।
जानकारी के अनुसार महिला कुसुमा उम्र 30 साल पत्नी जालम आदिवासी निवासी भुनिया ढाबे के पास सिरसौद, उसके भाई गोविंददास आदिवासी उम्र 38 साल पुत्र दयाराम आदिवासी और गोविंददास की पत्नी देवा आदिवासी, बहन रज्जो आदिवासी उम्र 35 साल को करैरा अस्पताल से शिवपुरी जिला अस्पताल रैफर किया गया है।
बताया जा रहा हैं कि चारों की बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात बृजेश जाटव और नरेश जाटव ने आधी रात सोते समय घर आकर बेरहमी से मारपीट कर दी। गोविंददास आदिवासी का कहना है कि बृजेश जाटव और नरेश जाटव डंपर चलाते हैं। हम 15 आदिवासी मजदूर रेत भरने डंपरों पर जाते थे। कहासुनी के चलते सात महीने पहले डंपरों पर जाना बंद कर दिया। बीच में लड़ाई हुई और मामला सुलझ गया।
रात 1 बजे पीड़ितों पर केस दर्ज कराया, 2:30 बजे जाकर सोते में पीटा
मामले में रोचक पहलू यह है कि जिन चारों मजदूरों की मारपीट की है, दरअसल उनकी मारपीट से पहले रात 1 बजे अमाेला थाने में संबंधितों ने मुकदमा दर्ज कराया। फिर रात 2:30 बजे के बाद मजदूरों के घर जाकर मारपीट कर आए। हालांकि मजदूरों की तरफ से पुलिस ने क्रास कायमी कर ली है।