नियमो को बेहोश कर अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर प्राईवेट हॉस्पिटल में दे रहे हैं अपनी सेवाए - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। जिले में एक के बाद एक प्राईवेट हॉस्पिटल खुलते जा रहे हैं। इसी क्रम में कोलारस नगर में शिवपुरी केयर हॉस्पिटल का अभी-अभी शुंभारभ हुआ हैं, इस हॉस्पिटल में अब सरकारी डॉक्टर अपनी सेवाए देंगें जो नियम के विरूद्ध हैं।

जैसा कि विदित हैं कि कोलारस में शिवपुरी केयर हॉस्पिटल का शुभारंभ हुआ हैं। इस हॉस्पिटल में डॉक्टर वाय एस रघुवंशी,डॉ नीलम रघुवंशी,डॉ आर एस रावत,डॉ किरण राव,डॉ नितिन वर्मा,डॉ नेहा वर्मा अपनी सेवाए भी देंगें।

शिवपुरी जिले की स्वास्थय सुविधाए किसी से छुपी नही हैं प्रतिदिन अखवारो में स्वास्थय विभाग का कोई ना काण्ड अवश्य प्रकाशित होता है। कहने को जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में एक सैकडा से अधिक डॉक्टर हैं,लेकिन फिर भी मरीजो को बेहत्तर स्वास्थय सुविधा नही मिल रही हैं,कारण सामने है कि मेडिकल के डॉक्टर सरकारी अस्पताल में मरीजो को देखने से अधिक प्राईवेट स्तर पर मरीजो का उपचार करना पंसद करते हैं।


इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं डॉक्टर वाय एस रघुवंशी,डॉ नीलम रघुवंशी,डॉ आर एस रावत यह सभी डॉक्टर जिला चिकित्सालय में पदस्थ हैं। अगर यह जिला चिकित्सालय में पदस्थ हैं तो फिर यह कैसे कोलारस के शिवपुरी केयर हॉस्पिटल में अपनी सेवाए देंगें सवाल बडा हैं कि एक ही समय में यह सरकारी नौकरी करेंगें या शिवपुरी केयर में आए मरीजो का ईलाज।

वही शिवपुरी केयर हॉस्पिटल की डॉक्टरो की लिस्ट में डॉ किरण राव,डॉ नितिन वर्मा,डॉ नेहा वर्मा शामिल हैं। डॉ नितिन वर्मा के विषय में बताया गया है कि यह डॉक्टर एमबीबीएस नही हैं,इन पर हॉस्पिटल के मैनेजमेंट की डिग्री हैं। कुल मिलाकर कहने का सीधा सा अर्थ हैं कि अगर सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर अगर प्राईवेट हॉस्पिटलो में अपनी सेवाए देंगें तो फिर सरकारी अस्पताल में सेवाए कौन देगा।

यह हैं नियम
किसी भी डॉक्टर को सरकारी अस्पताल में ज्योईन कराया जाता है तब मेडीकल वोर्ड से फार्म में यह उल्लेख कराया जाता है कि आप किसी भी दूसरे संस्थान में सेवाएं नहीं दे सकते। आप सिर्फ विजिटंग डॉक्टर के हिसाब से मरीजों को परामर्श देने आ सकते है।
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