पत्नी का पल्लू पकड़ नपा की कुर्सी पर चढ़ने की तैयारी कर रहे हैं नेता, फिर महिला नेत्रियों के अधिकार पर अतिक्रमण - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। निकाय के चुनावो की दस्तक होने के कारण चुनावी हलचल तेज हो गई हैं। बात शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष की करते हैं। शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष का पद सामान्य महिला आरक्षित होने के कारण दावेदारो की एक लंबी लिस्ट हैं। कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी चयन के लिए मंथन शुरू कर दिया है।

इसी क्रम में मंगलवार को कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने दावेदारों से बायोडाटा लिया। इस दौरान ज्यादातर उन्हीं महिलाओं ने दावेदारी की है, जिनके पति, पिता, ससुर या अन्य परिजन पहले से राजनीति में सक्रिय है और उन्हीं के भरोसे वे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं। यानी महिला नेता की दावेदारी का आधार परिजन की राजनीतिक पकड़ हैं,दावेदारी दिखा रही महिला की पहचान उसके पति या परिवार से हैं इसके अतिरिक्त कुछ नही है, सीधे-सीधे लिखे तो सैल्फ नही हैं,नपाध्यक्ष की चाबी किसी दूसरे के पास रहेंगी।

गुना बायपास स्थित कांग्रेस कार्यालय पर नगर पालिका शिवपुरी के लिए रायशुमारी करने आए पर्यवेक्षक महाराज सिंह पटेल ग्वालियर, सह प्रभारी राजकुमारी रघुंवशी और नरेश कुशवाह, लतीफ खां मल्लू ने वार्ड 1 से 39 तक के सभी दावेदारों से बायोडाटा लिए। ज्यादातर वार्डों में पार्षद पद के लिए महिला नेत्रियां अपने पति के साथ दावेदारी करने पहुंची और यही हाल नपा अध्यक्ष पद के दावेदारों का रहा।

यह बोली एक दावेदार

नपा चुनाव में दावेदारी जताने आईं महिला नेताओं से जब पर्यवेक्षकों ने पूछा कि आपका सोशल स्टेटस क्या है और क्या आपने कभी कोई चुनाव लड़ा है। इस महिला दावेदारों ने जवाब दिया कि हमने कोई चुनाव तो नहीं लड़ा तो क्या हुआ। जब-जब पति प्रत्याशी बने उनकी कैंपेन संभाला। इसलिए हमारा दावा भी बनता है। आप हमें टिकट दीजिए।

सामान्य वर्ग की महिला नेत्री को मिलेगा टिकट

नपा शिवपुरी के लिए रायशुमारी करने आए प्रभारी पर्यवेक्षक महाराज सिंह ग्वालियर, सह प्रभारी राजकुमारी रघुंवशी और नरेश कुशवाह ने बताया कि सामान्य वर्ग की महिला के लिए शिवपुरी सीट आरक्षित है और इस सीट पर हम सामान्य वर्ग की महिला को ही टिकट देंगे। इसके साथ ही उसके जातिगत आंकडे और प्रभाव के साथ हम प्रत्याशी के जीतने का क्या गणित है।

इस आकलन में जुटे हैं। हम जिलाध्यक्ष और चयन समिति से चर्चा उपरांत अपनी ओर से नाम पीसीसी को देंगे। संभवत: मार्च के पहले सप्ताह में हमारे प्रत्याशियों के नाम भी घोषित हो जाएंगे।

वही सैल्फ महिला अर्थात जो राजनीति में सक्रिय हैं उनका प्रतिशत 2 से भी अधिक नही हैं बाकी ऐसे दावेदारो की भीड अधिक हैं जिनकी पहचान पति या परिवार हैंं,शहर भी इस बार विकास को लेकर प्रत्याशी चयन पर नजर रख हैं। शहर के विकास के लिए योग्य नपाध्यक्ष का चुनाव होना अतिआवश्यक हैं,पिछले 2 बार कार्यकाल से शहर डरा हुआ हैं यह बात भी बिल्कुल सत्य हैं कि अगर पार्टियो ने योग्य प्रत्याशियो का चयन नही किया तो शहर सबक सिखाने के मूड में भी हैं।

कांग्रेस में यह कर रहे दावेदारी

नीलम-जिनेश जैन: जिनेश जैन एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रहे और लंबे अरसे से कांग्रेस में हंै।
शिखा शर्मा- विजय चौकसे: विजय चौकसे वर्तमान में कांग्रेस प्रवक्ता हैं और पत्नी शिखा दावेदारी कर रही हैं।
बीना- नरेंद्र जैन भोला: नरेंद्र लंबे अरसे से कांग्रेस की राजनीति कर रहे हैं और नपा में पार्षद भी रहे हैं। उनकी पत्नी राजनीति में नई हैं।
इंदू जैन: पूर्व नपाअध्यक्ष गणेशीलाल जैन की बेटी इंदू जैन वर्तमान में महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हैं।
राखी- मोहित अग्रवाल: मोहित वर्तमान में कांग्रेस शहर अध्यक्ष हैं और पत्नी राखी के लिए टिकट मांग रहे हैं।
जेसिका- अमित शिवहरे: कांग्रेस के एनएसयूआई और युवक कांग्रेस पदाधिकारी हैं और पत्नी को टिकट चाहते हैं।
सरीना मिर्जा- सफदर बेग मिर्जा: सफदर तीन बार नपा पार्षद रहे और चौथी बार एक वोट से हार गए थे। वे अपनी पत्नी सरीना के लिए टिकट चाहते हैं।
शांति- राजेश बिहारी पाठक: राजेश कांग्रेस में विभिन्न पदों पर रहे। चुनाव संचालन किया। अब पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं। पत्नी भी पार्षद रह चुकी हैं।
पीतांबरा- अरुण चौहान: पूर्व नगपालिका उपाध्यक्ष रह चुके हैं। अरुण प्रताप सिंह चौहान और पत्नी को अध्यक्ष का टिकट चाहते हैं।
बबीता- अनिल शर्मा: पति अनिल शर्मा नपा उपाध्यक्ष रह चुके हैं और अब पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं।
विद्यादेवी- शिवप्रताप सिंह: कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी है शिवप्रताप। अब पत्नी को टिकट चाहते हैं।
मेघा- पुनीत शर्मा: एनएसयूआई के पदाधिकारी हैं। अपनी पत्नी को टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं।
सीमा- विनय शर्मा: कांग्रेस के नेता हैं और अपनी पत्नी सीमा को टिकट चाहते हैं।
शिवानी राठौर: महिला पिछडा वर्ग की जिलाध्यक्ष हैं। एक मात्र महिला उम्मीदवार जिनके परिवार में कोई राजनीतिक सदस्य नहीं और पढाई के बाद राजनीति में आई हैं।

स्व. माधवराव सिंधिया की फोटो इस्तेमाल करेगी कांग्रेस

ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद नपा चुनाव में कांग्रेस ने इस बार नई रणनीति बनाई है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में आने से लेकर मरते दम तक स्व माधवराव सिंधिया कांग्रेस को नेतृत्व देते रहे। इसलिए कार्यकर्ताओं के सुझाव पर हम उनके फोटो का इस्तेमाल चुनाव में करेंगे।

चूंकि शिवपुरी जिले की राजनीति सिंधिया परिवार के इर्द गिर्द ही घूमती रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफा देने के बाद अधिकांश कांग्रेसी पार्टी छोडकर सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए। इसके बाद कांग्रेस को अपना संगठन बढाने की कवायद कर रही है।
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