प्रसुता की मौत: नर्सो के साथ लात घूसों से मारपीट, कपड़े तक खीचें - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। अस्पताल में भर्ती प्रसुता की मौत के बाद प्रसुता के परिजनो ने लेबर रूम में घुसकर नर्सो की लात घुसो से मारपीट कर दी। जब नर्से वार्ड से बचकर बहार की ओर भागी तो बहार खडे मृत महिला के पुरूष परिजनो ने फिर मारपीट करते हुए कपडे तक खीच डाले। अपने साथ हुई अभद्रता पर नर्सो ने काम बंद कर अस्पताल के बहार बैठ गई। 

जानकारी के अनुसार प्रसुता फरजाना पत्नि उवेज खांन (उम्र 35 साल निवासी नीलगर चौराहा) को प्रसव के लिए भर्ती किया गया था। सोमवार की दोपहर उसने एक लड़की को जन्म दिया।  सोमवार की रात फरजाना की तबीयत अचानक बिगडी तो इस बात की शिकायत ड्यूटी पर तैनात नर्स प्रियका राजे यादव और शिवाली मौहिते को गई।

बताया जा रहा हैं कि नर्स प्रियंका राजे ने फरजाना का बीपी चैक किया और ड्यूटी डाॅक्टर को इंदू जैन और डाॅक्टर सतीश को काॅल किया। काॅल पर डाॅक्टर आए ओर फरजना को चैक किया और दवाईया लिख दी। इन दवाईयो में से नर्स प्रियका ने फरजाना को एक इंजेक्शन लगाया।

इंजेक्शन लगाने के बाद भी फरजाना की हालत में सुधार नही हुआ तो उसे लेबर रूम में शिफ्ट किया लेबर रूम मे उपस्थित डाॅक्टर सतीश ने चेक किया तो मरीज की नब्ज नही आ रही थी। कुल मिलाकर मरीज ने दम तोड दिया था। लेबर रूम में उपस्थित डाॅक्टर और स्टाफ ने मरीज को बचाने का बहुत प्रयास किया। 

जैसे ही फरजाना के परिजनो को मालूम हुआ कि फरजाना की मौत हो चुकी हैं तो फरजाना के परिजन लेबर रूम में घुस आए जो नर्स शिवाली मौहिते और प्रियंका राजे की लात घूसो से मारपीट कर दी। जब दोनो नर्स भागकर लेबर रूम से बहार निकली तो लेबर रूम के बहार खडे मृत फरजाना के परिजन पुरूष परिजनो ने फिर मारपीट कर दी। 

इस घटना के आज सुबह अस्पताल की नर्सो ने फरजाना के परिजनो पर अपराधिक मामला दर्ज कराने के लिए कोतवाली में आवेदन दिया है। अभी इस मामले में फरजाना के परिजनो की ओर से किसी भी प्रकार का आवेदन नही दिया गया हैं। 

सवाल बडा हैं 
इस पूरे मामले को लेकर जबरदस्त आक्रोश है और कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की बात कही है बता दें कि जिला अस्पताल में यह पहला मामला नहीं है जब किसी के साथ मारपीट की गई है इसके पहले भी स्टाफ के साथ मारपीट की जाती रही है। इसके बाद जिला अस्पताल में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। 

सुरक्षाकर्मी मोटी रकम लेते हैं लेकिन बावजूद उसके जब भी यहां कोई घटना घटित होती है तो उसमें सुरक्षाकर्मी दोषी पाए जाते हैं। जिला अस्पताल प्रबंधन लाखो वेतन दे रहा है लेकिन बावजूद इसके यहां स्टाफ सुरक्षित नहीं है। बीती रात नर्सों के साथ मारपीट की गई। नर्स जबरदस्त डरी हुई नजर आ रही थी। 

उनका कहना था कि जिन लोगों ने उनके साथ मारपीट की है आगे भी इसी तरह की घटना को अंजाम दे सकते हैं। उनकी गिरफ्तारी किया जाना जरूरी है। डॉक्टर ने कहा कि इस मामले को लेकर एसपी राजेश सिंह चंदेल से मिलने वाले हैं और अस्पताल में सुरक्षा को लेकर बात करेंगे।
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