जनसमस्या निवारण शिविर- ग्रामीणों के विकास के लिए किया जाएगा काम: सुरेश राठखेड़ा - Shivpuri News

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शिवपुरी।
जिले के पोहरी विकासखंड के ग्राम मड़खेड़ा में ग्रामीणों की समस्या निवारण के लिए शनिवार को जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में लोक निर्माण राज्यमंत्री श्री सुरेश धाकड़ भी शामिल हुए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा ग्रामीणजनों के विकास से संबंधित जो मुद्दे हैं उन पर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सहरिया महिलाओं को प्रतिमाह पोषण आहार की राशि दी जाती है। उसके तहत 67 महिलाओं के नाम जोड़े गए हैं। अब उन्हें भी इसका लाभ दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि गांव में मनोरंजन भवन, सामुदायिक भवन और नल जल योजना पर भी काम किया जाएगा। उन्होंने पोहरी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि पटवारियों को निर्देशित करें। सभी पटवारी ग्राम पंचायत भवन में सप्ताह में एक दिन कैंप लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण करें।

उन्होंने कहा इस समय कोरोना महामारी फैली हुई है। ऐसे में सभी लोगों को सावधानी रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है लेकिन लापरवाही भी नहीं बरतना है। सभी लोग मास्क अनिवार्य रूप से लगाएं और कहीं बाहर जाते समय या घर आने पर अपने हाथों को साबुन पानी से धोएं और भीड़ भाड़ में अनावश्यक जाने से बचें।

रोको टोको अभियान के तहत दिलाई शपथ

अभी कोरोना के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से रोको टोको अभियान चलाया जा रहा है। शिविर में लोक निर्माण राज्यमंत्री श्री सुरेश धाकड़ ने सभी उपस्थित ग्रामीणजनों को कोरोना से सावधानी बरतने एवं मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने एवं अपने आसपास लोगों को भी रोक टोक कर जागरूक करने की शपथ दिलाई।

दिव्यांग कृष्णा को दी 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता
शिविर में दिव्यांग कृष्णा आदिवासी को देखकर मंत्री श्री सुरेश धाकड़ उनकी समस्या सुनने उनके पास पहुंचे और जमीन पर बैठकर कृष्णा की समस्या सुनी। उन्होंने कृष्णा आदिवासी को 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की स्वीकृति दी।

यह रहे उपस्थित

जन समस्या निवारण शिविर में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष अरविंद धाकड़, कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, डीएफओ लवित भारती, जिला पंचायत सीईओ एचपी वर्मा, एसडीएम जेपी गुप्ता, अरविंद धाकड़, बृजेंद्र तोमर, मंडल अध्यक्ष एवं महामंत्री पृथ्वीराज जादौन, ग्राम सरपंच मेघना तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं आम जनों की समस्या निराकरण के लिए विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई

शिविर में विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों ने आदिवासी ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही कोरोना से सावधानी बरतने के लिए सलाह दी। डीएफओ लवित भारती ने जानकारी देते हुए कहा कि गोंद एवं अन्य लघुपज एकत्रित करने में जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।

यहां जड़ी-बूटी एकत्रित करने वालों को उसकी कम कीमत मिलती थी इसलिए उन्हें उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए अब समर्थन मूल्य पर इन लघु उपजों को खरीदा जाएगा। उन्होंने बताया कि वन विभाग एवं मत्स्य पालन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 400 से अधिक ऐसे तालाब चिन्हित किए गए हैं जहां मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे किसानों की आय बढ़ेगी।

महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि सहरिया आदिवासी परिवारों में कुपोषण की समस्या अधिक मिलती है। जिले में ऐसे 500 से अधिक ग्राम में से 50 ग्राम चयनित किए गए हैं जहां विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कम उम्र में बेटियों का व्यवहार ना करने और परिवार नियोजन के विषय में जानकारी दें। आदिम जाति कल्याण विभाग के क्षेत्रीय संयोजक परिहार ने पोषण आहार, वनाधिकार पट्टों के संबंध में जानकारी दी। इसी प्रकार एनआरएलएम और रोजगार अधिकारी द्वारा रोजगार के संबंध में जानकारी दी गई।

बच्चों को स्लेट पेंसिल आदि सामग्री का वितरण

प्रदेश की समस्त शासकीय प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले कक्षा एक एवं दो के विद्यार्थियों को दक्षता उन्नयन के अंतर्गत लेखन कौशल विकास एवं किताबों में दी गई गतिविधियों के अभ्यास के लिए स्लेट पेंसिल आदि सामग्री का वितरण किया जा रहा है। शिविर में जिले में इसका शुभारंभ करते हुए बच्चों को स्लेट पेंसिल आदि सामग्री दी गयी।
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