विश्व प्रौढ़ दिवस: शक्तिशाली महिला संगठन किया समाजिक धरोहर बुर्जगो का सम्मान - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी
। हर साल एक अक्टूबर को बीएस दुनियाभर में वर्ल्ड एल्डेरली डे यानी अन्तरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन ने शिवपुरी के सीनियर सिटीजन  को पौधे देकर उनको सम्मान किया एंव उनसे अपने अनुभव साझा करने का अनुरोध किया।

कार्यक्रम संयोजक शक्तिशाली महिला संगठन शिवपुरी रवि गोयल ने कहा कि हर साल एक अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया जाता है। इसे अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस या विश्व प्रौढ़ दिवस भी कहा जाता है। इस अवसर पर अपने बुजुर्गों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के उददेश्य से सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया ।

कार्यकम में शिवपुरी के 85 बर्षीय सीनियर सिटीजन श्री वी.एस.मिश्रा (रिटा0 भूमि विकास बैंक) ने कहा कि मकान बना लेना बड़ी बात नहीं है और न ही इसमें बहुत समय लगता है। बड़ी बात है मकान को घर बनाना। घर अपनों से बनता है बच्चों, बड़े और बुजुर्गों के प्रेम से बनता है। वर्तमान जीवनशैली में संयुक्त परिवार की परंपरा कम होती जा रही है। पहले जहां घर—परिवार के बुजुर्गों का सर्वोच्च स्थान हुआ करता था अब उसमें कमी आ रही है।

छोटे परिवार की चाहत में लोग अपने बुजुर्गों से दूर हो रहे हैं। बच्चे दादा—दादी के प्यार से महरूम हो रहे हैं। हम आज जो भी हैं, घर के बुजुर्गों की ही बदौलत हैं। इसलिए हमें उनकी अनदेखी नहीं बल्कि उनका सम्मान करना चाहिए। कार्यक्रम में एक और सीनियर सिटीजन श्री कमल किशोर सोनी ने कहा कि हमें आज सम्मान में पौधे पाकर बहुत खुशी हो रही है पौधे प्रकृति में पर्यावरण को हरा भरे रखने में मदद करते है हमें अपने बुजुर्गो का ख्याल भी पौधो की भांति रखना चाहिए जिससे कि परिवार में खुशीयां एवं संस्कार बने रहे।

कार्यक्रम में रवि गोयल ने कहा कि हम और आप आज जो कुछ भी हैं अपने माता—पिता और घर के बुजुर्गों के आशीर्वाद की ही बदौलत हैं। इसलिए उनका सम्मान करें। भारतीय परंपरा में हमेशा से बुजुर्गों का सम्मान होता आ रहा हैए लेकिन पिछले कुछ दशकों में पाश्चात्य संस्कृति के हावी होने के कारण अपने देश में भी बुजुर्गों की स्थिति चिंताजनक है।

हेल्प एज इंटरनेशनल नेटवर्क ऑफ चैरिटीज संस्था की ओर से कराए गए सर्वे के मुताबिक लगभग 44 फीसदी बुजुर्गों का कहना है कि उनके साथ सार्वजनिक स्थानों पर दुर्व्यवहार किया जाता है। वहीं करीब 53 फीसदी बुजुर्गों का कहना है कि समाज उनके साथ भेदभाव करता है। बुजुर्गों के लिए दुनिया की सबसे बेहतरीन जगहों की वर्ल्ड रैंकिंग में स्विटजरलैंड का नाम सबसे अच्छी जगह में जबकि भारत का नाम खराब जगह में आता है।

96 देशों के ग्लोबल एज वॉच इंडेक्स में भारत का स्थान 71वां है। आइए अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के अवसर पर हम अपने घरों के बुजुर्गों के सम्मान का संकल्प लें। इसीलिए हमने अपने समाज के बुजुर्गो को पौधे देकर उनका सम्मान किया एवं समाज में एक सन्देश एवं जागरुकता लाने का प्रयास किया वड़ो को पूरा सम्मान एवं आदर दें। कार्यक्रम में इनोवेटिव स्कूल के मेनेजर निखलेश कुश्वाहा एवं श्रीमती माला मिश्रा ने सम्मानीय को पौधे देकर सम्मान उनका सम्मान व्यक्त किया।
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