12 दिन तक मौत से संघर्ष, अंत में हार गई जिंदगी, समाजसेवी प्रमोद गर्ग का दिल्ली में निधन / SHIVPURI NEWS

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शिवपुरी। शहर के वरिष्ठ समाजसेवी, मंगलम, लायंस क्लब और गणेश सांस्कृति समारोह समिति के पदाधिकारी प्रमोद गर्ग की आज ईश्वरीय चमत्कार से शांत हुई सांसे फिर लौट आईं थी। लेकिन कुछ समय तक ही यह खुशी रही और डॉक्टरों के भरपूर प्रयासों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका।

कोरोना ग्रस्त होने के कारण पूर्व नपाध्यक्ष स्व. राधा गर्ग के पति 67 वर्षीय प्रमोद गर्ग को इलाज के लिए शिवपुरी से दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में ले जाया गया था। जहां उनके छोटे भाई डॉ. पुरूषोत्तम कार्यरत हैं। दो दिन पूर्व प्रमोद गर्ग की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव अवश्य आ गई थी। लेकिन उनकी हालत मेें सुधार नहीं हुआ था और उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के कारण वेंटीलेटर पर रखा गया था।

आज सुबह डॉक्टरों ने उन्हें परीक्षण के दौरान मृत घोषित कर दिया और इसकी सूचना शिवपुरी में उनके परिजनों को दे दी गई और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर उनके शांत होने के समाचार आने लगे। उनके परिवारजनों ने भी उनकी मौत की पुष्टि की। लेकिन सुबह साढ़े 11 बजे के बाद समाचार आया कि डॉक्टरों के प्रयासों से उनकी सांसे चलने लगी हैं।

इसके बाद शिवपुरी में उनके शुभचिंतकों, निकट संबंधियों और मित्रों ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करनी शुरू कर दी। लेकिन चमत्कार स्थाई साबित नहीं हुआ और एक घंटे के बाद ही उनके निधन का समाचार आ गया। उनके निधन पर शहर में शोक की लहर है। अनेक समाजसेवी, गणमान्य नागरिकों ने उनके निधन पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार समाजसेवी और व्यवसायी प्रमोद गर्ग को लगभग 12 दिन पूर्व कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने के कारण इलाज के लिए मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली में ले जाया गया था। जहां उन्हें सांस लेने में परेशानी आ रही थी। इस कारण उन्हें ऑक्सीजन दी जा रही थी और समय-समय पर वेंटीलेटर पर भी रखा जा रहा था। लेकिन जैसे ही ऑक्सीजन हटाई जाती थी। वैसे ही उनका स्वास्थ्य बिगडऩे लगता। हालांकि वह बात चीत कर रहे थे और आशा नजर आ रही थी कि वह जल्द स्वस्थ होकर शिवपुरी लौटेंगे।

आज सुबह लगभग सवा 11 बजे उनके परम मित्र रामशरण अग्रवाल ने लायंस क्लब में अपने सहयोगी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता को प्रमोद जी के निधन का समाचार दिया और कहा कि अपने को दिल्ली चलना है। इसके बाद प्रमोद गर्गके चाचा नरहरि प्रसाद गर्ग ने भी उन्हें ऐसी ही सूचना दी। जिससे पूरे नगर में शोक छा गया और सोशल मीडिया पर उनके निधन का समाचार प्रसारित होने लगा।

यह अपवाह भी उडऩे लगी कि उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में ही कर दिया गया है। परंतु आधे घंटे बाद ही दिल्ली से खुशी का समाचार आया कि डॅाक्टरों के प्रयासों से प्रमोद जी की सांसे पुन: लौट आई हैं। लेकिन उनका जीवन और मौत से संघर्ष अभी जारी था। शिवपुरी मेें प्रमोद जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ होने की कामना की जा रही थी।

बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे प्रमोद गर्ग

शिवपुरी महाविद्यालय से कॉमर्स विषय में स्नात्तकोतर प्रमोद गर्ग शहर के विभिन्न समाजसेवी संगठनों से जुडे हुए थे। जिनमें श्री गणेश सांस्कृतिक समारोह के भी वह उपाध्यक्ष होने के साथ- साथ वह एक प्रखर वक्ता भी रहे। उनकी धर्मपत्नी स्व. श्रीमति राधा गर्ग नगर पालिका अध्यक्ष भी रहीं और राजमाता विजयाराजे सिंधिया के साथ वह कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के करीबी रहे और पिछले लंबे समय से भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता भी थे। उनके परिवार के सदस्य भाजपा के साथ-साथ हिंदू महासभा से भी जुडे रहे।