सबसे बडा सवाल: शिवपुरी में DM बड़ा या ADM, धूप में तप रही जनता उबल रही है / Shivpuri News

Bhopal Samachar
एक्सरे ललित मुदगल/ शिवपुरी। इस मेडिकल कर्फ्यू के कारण लगे अपातकाल में शहर में सबसे बडा सवाल बन रहा हैं कि इस शहर में DM बडी पोस्ट होती हैं यहा ADM, क्योंकि DM से आप आसानी से मिल सकते हैं लेकिन ADM से। यह सवाल इस कारण भी बड़ा बन रहा हैं कि कलेक्ट्रेट में एडीएम कार्यालय के सामने लगातार भीड़ देखी जा सकती हैं, लेकिन आप मिल नही सकते हैं। 

ADM इस समय जिले के ई-पास प्रभारी हैं। आम जन ई—पास बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन वह रिजेक्ट हो रहे हैं। लोग कारण जानना चाहते हैं और एडीएम आफिस के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन आवेदन के रिजेक्ट होने का कारण नही मिल रहा है। 

एडीएम आफिस के बहार खड़े लोगों ने शिवपुरी समाचार से बातचीत की तो बताया गया कि हमारा आवेदन रिजेक्ट किया हैं लेकिन क्यों किया हैं यह समझ में नही आ रहा है। फार्म में कुछ गलत हो गया या अन्य कारण हैं हम जानना चाहते हैं लेकिन एडीएम साहब मिल नही रहे हैं ओर फोन भी नही उठा रहे हैं। बाबू हमे सही जबाब नही दे रहे हैं कहते है साहब से मिल लो। अब साहब से कैसे मिले समझ में नही आ रहा है। 

इस तरह कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले ठेकेदार ने बताया कि भारत सरकार ने काम करने की परिमिशन दे दी हैं। हम अपना काम शुरू करना चाहते हैं। हमारे मजदूर और स्टाफ को जाने के लिए ई-पास चाहिए लेकिन हमे पास नही मिल रहे हैं। एक ओर देश के प्रधान मंत्री आर्थिक गतिविधि जारी रखने को कह रहे हैं लेकिन अधिकारी सुन नही रहे हैं।

इस पूरे मामले में एक बात चौकाने वाली आई। नाम न छापने की शर्त पर ठेकेदार ने बताया कि इस मामले को लेकर मैं एडीएम साहब से मिला और उन्होने कहा कि संबंधित जिले के कलेक्टर की परमिशन लाओ और उसमें लिखा हो की यह काम वहां चल रहा हैं और आपकी कंपनी यह काम कर रही हैं। संबंधित जिले के कलेक्टर आफिस में पूरा काम फटाफट हो गया, पूरे दास्तावेज आनलाईन आ गए लेकिन अब एडीएम साहब परिमिशन नही दे रहे हैं। अब मैं अपने मजदूरो को वहां करने कैसे भैजू।

वही मेडिकल पास बनाने का जिम्मा भी एडीएम के पास हैं, मेडिकल बनवाने के लिए भी आम जन ई पास के लिए आवेदन कर रहे हैं। अब उनके पास रिजेक्ट हो रहे हैं लेकिन कारण नही जान पा रहे हैं। अब मेडिकल पास अतिआवश्यक हैं किसी को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए सिकाई करवाने जना हैं ऐसे कई मरीज है जिन्है 2 माह में ग्वालियर चैकअप कराने जाना हैं। ऐसे लोगो को भी परेशानी का बन रहा हैं।
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