करैरा। जहां सारा जग कोरोना से जंग कर रहा हैं। भारत में कोरोना के आंकडे प्रतिदिन ग्रोथ कर रहे हैं। इन बढते आंकडो को ही थामने और कोरोना की चैन को कत्ल करने के लिए ही देश में लॉकडाउन किया हैं। लोग घरो में रहकर इस वायरस से जंग कर रहे हैं। लेकिन करैरा की स्थिती उलट हैं यह यह घरबंदी के संघर्ष के समय में नगर में बना जलसंकट के कारण पानी परिवहन कोरोना परिवहन का कारण नही बन जाए।
करैरा के कुछ इलाको में लोग पानी भरने के लिए घरो की लक्ष्मण रेखा को पार करने पर विवश हो रहे हैं। इससे सोशल डिस्टेंस रूपी हथियार धाराशाही हो रहा हैं। स्थिती यह हैं कि नागरिको को पेयजल के लिए रतजगा तक करना पड रहा हैं। वही नगर परिषद के कृषि उपज मंडी ऐरिया में पानी की समस्या होने लगी हैं। लेकिन मॉनिटरिंग के अभाव में वार्ड में पानी नही पहुंच रहा हैं।
नागरिको का कहना की अभी हाल की स्तिथि को देखा जाए तो कोरोना के कारण लोगो को घरो में ही रहने की सलाह दी जा रही हैं। वही दूसरी तरफ इस कोरोना से जंग लडने के समय में लक्ष्मण रेखा पार कर पानी की कटटी हाथ में लेकर पेयजल संकट से लोग जंग कर रहे हैं।
वही नगर करैरा में पानी के स्त्रोतो पर नजर की गए तो तो हैंडपंपा की संख्या 100 के करीब हैं,लेकिन वर्तमान में 15 से 20 चालू हैं। ट्यूवबैलो की संख्या 4 है,कुंओ की संख्या भी 4 बताई जा रही हैं। लेकिन इनमे से आधे ही पानी दे रहे हैं।
इन क्षेत्रो में गंभीर हैं जल संकट
कृषि उपज मंडी,छबरा वाली माता,बालाजी धर्मकांटा के आसपास प्रजापति मंदिर के आसपास,गुप्ता दाल मिल क्षेत्र,पीएचई कार्यालय के आसपास,कामाख्या मंदिर क्षेत्र ओर बिजली आफिस के पास का क्षेत्र में जल संकट हैं।
यह फैल रहा हैं पानी
करैरा नगर परिषद के पुराना बस स्टैंड डेनिडा रोड क्षेत्र में स्थित पानी की टकी जब भर जाती हैं। तो प्रतिदिन हजारो लीटर पानी यूं ही बर्वाद होता रहता हैं। यही स्थिती नपा की बिल्डिंग के पास बनी पानी की टकी की रहती हैं। जब वितरण में लगा नपं का स्टाफ को यह मामला संज्ञान में है लेकिन वह इस पर ध्यान नही देता हैं।
करैरा के कमेलश गुप्ता का कहना हैं कि वैसे तो पूरे नगर में जलसंकट सबसे अधिक ज्यादा कृषि उपज मंडी के पास हैं,लेकिन कई वार्ड ऐसे है जहां पानी की बर्बादी हो रही हैं। कही एक कटटी को आमजन संघर्ष कर रहे हैं। आम जन साईकिलो से पानी परिवहन कर रहे हैं।
वही मनोज पाठक का कहना हैं कि मेरा मानना हैं कि इस दौर में नगर परिषद को सबसे पहले पानी की बर्बादी को रोकना होगा। अगर कही किसी के डयूटी ऐरिया में पानी फैल रहा हैं तो उसे पर कार्यवाही हो,वही जिस घर के नलो से पानी फैल रहा हैं उसका कनेक्शन काट देना उचित होगा।
कुल मिलाकर यह मामला प्रशासन के सभी दावो को धो रहा हैं। प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्था होने का दावा कर रहा हैं। लोग कफ्यू में भी पानी की कटटी लेकर घरो से बहार आ रहे हैं।
करैरा के कुछ इलाको में लोग पानी भरने के लिए घरो की लक्ष्मण रेखा को पार करने पर विवश हो रहे हैं। इससे सोशल डिस्टेंस रूपी हथियार धाराशाही हो रहा हैं। स्थिती यह हैं कि नागरिको को पेयजल के लिए रतजगा तक करना पड रहा हैं। वही नगर परिषद के कृषि उपज मंडी ऐरिया में पानी की समस्या होने लगी हैं। लेकिन मॉनिटरिंग के अभाव में वार्ड में पानी नही पहुंच रहा हैं।
नागरिको का कहना की अभी हाल की स्तिथि को देखा जाए तो कोरोना के कारण लोगो को घरो में ही रहने की सलाह दी जा रही हैं। वही दूसरी तरफ इस कोरोना से जंग लडने के समय में लक्ष्मण रेखा पार कर पानी की कटटी हाथ में लेकर पेयजल संकट से लोग जंग कर रहे हैं।
वही नगर करैरा में पानी के स्त्रोतो पर नजर की गए तो तो हैंडपंपा की संख्या 100 के करीब हैं,लेकिन वर्तमान में 15 से 20 चालू हैं। ट्यूवबैलो की संख्या 4 है,कुंओ की संख्या भी 4 बताई जा रही हैं। लेकिन इनमे से आधे ही पानी दे रहे हैं।
इन क्षेत्रो में गंभीर हैं जल संकट
कृषि उपज मंडी,छबरा वाली माता,बालाजी धर्मकांटा के आसपास प्रजापति मंदिर के आसपास,गुप्ता दाल मिल क्षेत्र,पीएचई कार्यालय के आसपास,कामाख्या मंदिर क्षेत्र ओर बिजली आफिस के पास का क्षेत्र में जल संकट हैं।
यह फैल रहा हैं पानी
करैरा नगर परिषद के पुराना बस स्टैंड डेनिडा रोड क्षेत्र में स्थित पानी की टकी जब भर जाती हैं। तो प्रतिदिन हजारो लीटर पानी यूं ही बर्वाद होता रहता हैं। यही स्थिती नपा की बिल्डिंग के पास बनी पानी की टकी की रहती हैं। जब वितरण में लगा नपं का स्टाफ को यह मामला संज्ञान में है लेकिन वह इस पर ध्यान नही देता हैं।
करैरा के कमेलश गुप्ता का कहना हैं कि वैसे तो पूरे नगर में जलसंकट सबसे अधिक ज्यादा कृषि उपज मंडी के पास हैं,लेकिन कई वार्ड ऐसे है जहां पानी की बर्बादी हो रही हैं। कही एक कटटी को आमजन संघर्ष कर रहे हैं। आम जन साईकिलो से पानी परिवहन कर रहे हैं।
वही मनोज पाठक का कहना हैं कि मेरा मानना हैं कि इस दौर में नगर परिषद को सबसे पहले पानी की बर्बादी को रोकना होगा। अगर कही किसी के डयूटी ऐरिया में पानी फैल रहा हैं तो उसे पर कार्यवाही हो,वही जिस घर के नलो से पानी फैल रहा हैं उसका कनेक्शन काट देना उचित होगा।
कुल मिलाकर यह मामला प्रशासन के सभी दावो को धो रहा हैं। प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्था होने का दावा कर रहा हैं। लोग कफ्यू में भी पानी की कटटी लेकर घरो से बहार आ रहे हैं।