झोलाछाप डॉक्टर लाश को जिंदा बताकर इलाज कराने अस्पताल ले आया | Karera News

Bhopal Samachar
करैरा। करैरा तहसील के सिरसौद कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत से झोलाछाप घबरा गया और खुद को बचाने के लिए लाश को जिंदा बताकर तुरंत जिला अस्पताल ले जाने की सलाह परिजनों को दी।

झोलाछाप डॉक्टर ने खुद ही किराए से गाड़ी बुलवाई और खुद भी परिजन के संग मरीज को लेकर जिला अस्पताल आया। लेकिन यहां पर आते ही मृतक की पत्नी से टॉयलेट जाने का बहाना बनाकर भाग निकला। जिला अस्पताल में जब मरीज की नफज देखते ही डाॅक्टराें ने उसे मृत घाेषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव काे शुक्रवार की रात को ही वापस करैरा ले गए। शनिवार की सुबह पीएम किया गया। युवक की मौत के लिए परिजनाें ने झोलाछाप को जिम्मेदार ठहराया है।

जानकारी के अनुसार चंदावनी निवासी जगजीवनराम (34) पुत्र श्यामलाल जाटव शुक्रवार को इलाज कराने सिरसौद आया था। इलाज के दौरान झोलाछाप के क्लीनिक पर जगजीवनराम की मौत हो गई। मृतक के चाचा रामप्रसाद जाटव (48) पुत्र गंगाराम जाटव का कहना है कि जगजीवनराम को 23 अप्रैल को हाथ-पैर में दर्द की शिकायत थी। वह सिरसौद में सतीश खड़गवाल के क्लीनिक पर आया था।

सतीश ने दवाएं दे दी थीं। खाना खाने के बाद दवा ली तो रात में पेट में ऐंठन होने लगी। जगजीवनराम गांव में टेलरिंग और छोटी परचून की दुकान करता है। इसलिए अपनी पत्नी राजकुमारी जाटव के संग परचून का सामान खरीदने 15 हजार रुपए लेकर सिरसौद फिर से आया। चूंकि इलाज में भी आराम नहीं मिला था इसलिए सतीश खडगवाल के क्लीनिक पर पहुंचकर अपनी समस्या भी बताई।

झोलाछाप सतीश ने इंजेक्शन लगाया और फिर बोतल चढ़ा दी। बोतल चढ़ते हुए करीब 10-15 मिनट का समय हुआ था कि अचानक जगजीवनराम ने कपड़ों में ही टॉयलेट कर दी और वह तड़पने लगा। परिजन का आराेप है कि थाेड़ी देर बाद ही मौत हो गई। लेकिन झोलाछाप ने जगजीवनराम के जिंदा होने की बात कहकर जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। खुद ने ही किराए से गाड़ी की व्यवस्था कराई।

जगजीवनराम के संग उसकी पत्नी राजकुमारी और स्वयं सतीश भी था। जिला अस्पताल पहुंचने पर सतीश टॉयलेट का बहाना बनाकर भाग गया। डॉक्टरों ने देखा तो कहा कि इनकी माैत तो बहुत पहले ही चुकी है। फिलहाल झोला छाप अपनी दुकान बंद करके फरार हो गया। वहीं अमोला थाना पुलिस ने मरीज की मौत के मामले में फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है। विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।