शिवपुरी। लॉक डाउन के दौरान करैरा नगर परिषद क्षेत्र में कोई भूखा न रहे कोई परेशान न हो इसके लिए अधिकारियो, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों व्यापारियों और मीडिया प्रतिनिधियों के संयुक्त समन्वय से लॉक डाउन मदद समूह का गठन कर जरूरतमंद लोगों की मदद का प्रयास किया गया।
लॉक डाऊन आरंभ होने से लेकर अब तक इस समूह ने 4200 से अधिक राशन सामग्री के पैकेट, 281 मरीजो की दवाइयां उन तक पहुचाई बल्कि 150 पीपीई किट भी चिकित्सको के लिए कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी को भेंट की है ताकि कोरोना के खिलाफ जंग में हमारे चिकित्सको की सुरक्षा में भी मदद हो सके। मदद समूह का लक्ष्य है कि जब तक लॉक डाउन चलेगा तब तक जरूरतमंद लोगों को राशन उपलब्ध कराते रहेंगे।
नगर पंचायत के सभी 15 वार्डो में यह प्रक्रिया शुरू की गई। हर वार्ड में जरूरतमंदो की पहचान करने और उन तक राशन पहुचाने के लिए वालंटियर्स भी तैनात किए जो पूरी लगन से काम कर रहे हैं। समूह ने एक लाख की राशि की पीपीई किट क्रय कर जिला चिकित्सालय के लिए प्रदान की है। समूह अभी भी 150 घरों में एक दिन के अंतराल से राशन पैकिट उपलब्ध करा रहा है।
खाने के पैकिट भी किए वितरित
लॉक डाउन मदद समूह को गायत्री एंड संस सलैया द्वारा बने हुए भोजन के पैकिट की सहायता की गई थी जिन्हें समूह ने प्रतिदिन 150 लांच पैकिट जरूरतमंदों तक पहुचाए।
मरीजो के लिए झांसी ग्वालियर से मंगाई जा रही दवाइयां
लॉक डाउन मदद समूह ने केवल राशन खाने की ही मदद नही की अपितु उन मरीजो की भी इस लॉक डाउन में मदद की जिनका उपचार झांसी या ग्वालियर चल रहा था और परिस्थितिवश वह दवाई लेने नही जा पा रहे थे ऐसे सभी मरीजो की दवाइयां मंगा कर भी उनकी मदद की।
समूह अब तक झांसी से 177 और ग्वालियर से 104 मरीजो की दवाइयां मंगवा चुका है। इसमे 10 मरीज ऐसे थे जिनका उपचार ग्वालियर के मानसिक चिकित्सालय में चल रहा था और उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नही है।
बेजुबान पशु जानवरो की भी की सेवा
मानवता सेवा के साथ ही समूह उन बेजुबान पशु और जानवरों की भी सेवा का काम कर रहा है। अमोला घाटी में बंदरों के लिए खाद्यान्न और नगर परिषद क्षेत्र में आवारा गौवंश के लिए हरे चारे का प्रबंध भी समूह द्वारा रोजाना किया जा रहा है ताकि इस आपात कालीन समय मे यह जानवर भी भूखे न रहें।