शिवपुरी। आगरा के आंवलपेठा में आलू बीनने का काम करने वाले 30 आदिवासी परिवारों को भी शहर से बाहर कर दिया गया। वहां से लौटे कोलारस विकासखंड अंतर्गत आने वाले पड़ौदा निवासी अंगद, उदय, सुरेश, कलिया ने बताया कि वह रोजगार पाने तीन महीने पहले गांव से दूसरे शहर परिवार के साथ गए। वहां बंद के दौरान हमें बहुत परेशानी उठानी पडी।
गांव के लिए पैदल ही हमें आगरा तक आना पड़ा। इसके बाद जैसे तैसे आगरा से हमें धौलपुर तक साधन मिला और उसके बाद हम मुरैना आ सके। दो दिन बाद हम शिवपुरी आ सके। कुल मिलाकर हमें 300 किमी की दूरी तय करने में पूरे 2 दिन लग गए ओर भूखे रहने के साथ बच्चों के साथ पैदल चले वह अलग।
यह परिवार जब बायपास पर पहुंचे तो इन्होंने वहां चलने वाली चलित भोजनशाला में भोजन कराया गया। इसके बाद यह आदिवासी परिवार शिवपुरी से गांव पड़ौदा के लिए साधन की तलाश करते नजर आए।