कोलारस। हरिजन कल्याण विभाग द्वारा हरिजन विद्यार्थियों छात्राओं को वहीं रहकर अध्ययन कराया जाता है जिसके लिए भरपूर बजट प्रतिमाह इन हरिजन कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में दिया जा रहा है। इसके बावजूद भी यहां पर बरसों से तैनात जिम्मेदार अधीक्षक अधीक्षिकाये या फिर यह कहे कि अंगद की तरह अपने पांव जमाए बैठे हुए हैं।
इस हरिजन छात्रावासों में अधिकारियों की सह पर अधीक्षक अधीक्षिकाये के द्वारा जमकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। फर्जी फर्मो के बिल बाउचर लगाकर विभाग को जमकर चूना लगाया जा रहा है। कोलारस नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हरिजन छात्रावासों में ना तो अधिकारियों द्वारा कोई भी निरीक्षण नहीं किए जाने की बजह से यहां पर अधीक्षकों द्वारा अपनी मन मर्जी से बिल व्हाउचर लगाकर खुलेआम शासन को चुना लगाया जा रहा हैं।
जबकि यहां भर्ती छात्र एवं छात्रायें छात्रावासों में निवास नहीं करते और प्रतिदिन अप डाउन करते हैं। जिसके चलते हरिजन छात्रों छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन हरिजन छात्र-छात्राएं शिकायतें लेकर आला अधिकारियों के पास गुहार लगाते हुए देखे जा सकते हैं। इसके बाद भी अधिकारी इन छात्रावासों में पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं करते हैं।
अधीक्षिका की पिटाई से बालिका टूटा पैर
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के अंतर्गत संचालित बालिका छात्रावास इंदार की अधीक्षक के आतंक के खिलाफ आ रही है। बताया जा रहा है छात्रावास में पढऩे वाली पीड़ित हरिजन छात्रा के दादा ने बताया कि छात्रावास की वार्डन आशा रघुवंशी की शिकायत दो बार जनसुनवाई में कर चुके हैं और विभाग को भी लेकिन आशा रघुवंशी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उल्टे छात्रावास की वार्डन का कहर मासूम छात्राओं के साथ बढ़ता जा रहा है। इतना ही नहीं पुरुष प्रतिबंधित क्षेत्र बालिका छात्रावास में छात्रावास वार्डन के पति भी छात्राओं से अभद्र व्यवहार कर गाली गलौज करने का मामला प्रकाश में आया था।
जिले के कोलारस अनुविभाग के इंदार के हरिजन बालिका छात्रावास की छात्राएं अपने परिजनों के साथ छात्रावास के वार्डन की शिकायत करने आज कलेक्टर के पास शिवपुरी पहुंची कलेक्टर शिवपुरी अनुग्रह पी उस समय कलेक्टर में उपस्थित नहीं थी इस कारण यह छात्रा एडीएम से जाकर मिली और अपना शिकायती आवेदन सौंपा था।