खुला-खत @निशि भार्गव,शिवपुरी। पूरा देश कोरोना से जंग लड़ रहा हैं। इस संकट की घडी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की चैन को तोडने के लिए देश के हर नागरिक को 21 दिन के लिए घरो में बंद रहकर इस कोरोना से जंग लडने का आव्हान किया है।
कलेक्टर मेडम ( अनुग्रह पी ) आपने भी 31 मार्च तक शहर मे कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया हैं। इस कारण पूरा शहर बंद हैं सिर्फ जीवन उपयोगी समान की दुकाने खुल रही हैं। शिवपुरी पुलिस ने शहर के मैन चौराहे और बाजारो में तो मोर्चा संभाल रखा है।
किसी भी कीमत पर लॉकडाउन का उल्लंघन नही होने का प्रयास कर रही हैं। कोविड 19 की अभी तक वेक्सीन नही बनी हैं, लेकिन शिवपुरी की पुलिस के डंडे वेक्सीन जैसे ही काम कर रहे हैं। शहर से पहली तस्वीर उनकी आ रही हैं जो सभ्य नागरिक जो घरो में रहकर लॉकडाउन का पूरी ईमानदारी से पालन कर रहे।
एक तरफ शहर से ईमानदारी की तस्वीरें आ रही हैं दूसरी तस्वीरे वह आ रही हैं जो शहर को डराने वाली है। शहर की कॉलोनी और वह बस्ती जो बाजारों से दूर हैं ऐसे ऐरियो में लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे है।
लोग घरो से निकलकर गपशप कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंस का पालन नही कर रहे हैं। वे अपना अपने परिवार और इस शहर और देश के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड कर रहे हैं। पुलिस की गश्त व्यवस्था हर समय इन पर नजर नही रख सकती हैं,इसलिए शहर में ड्रॉन से पुलिसिंग कराई जाए तो बेहतर होगा।
ड्रॉन उडाने से ऐसी कॉलोनी और मोहल्लो पर नजर रखी जा सकती हैं। अगर प्रशासन ड्रोन उड़ाता है तो ऐसे लोगो के मन में प्रशासन का भय भी उत्पन्न होगा और कोरोना की चैन का भी कत्ल किया जा सकता हैं। बीते रोज ग्वालियर के कमिश्नर ने भी ग्वालियर में ऐसेी व्यवस्था की हैं।
बताया जा रहा हैं कि शुक्रवार को कमिश्नर ग्वालियर शहर के हालात देखने निकले तो घनी बस्तियों में बिना वजह लोगों की घर से बाहर मौजूदगी सामने आई थी। किन जगहों पर लोग नियमों को तोड रहे है। उन पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऐसी बस्तियों में नजर रखने के लिए ड्रोन से रखी जाएगी घनी बस्तियों पर नजर, घेराबंदी की प्लानिंग कैमरे का इस्तेमाल हो सकता है। ग्वालियर प्रशासन भी कुछ ऐसी ही योजना पर काम कर रहा हैं।