जनसुनवाई में युवती को धक्का मारकर बाहर किया, कलेक्टर के सामने फाडे कागज (वीडियो देखें) | Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। मुख्यमंत्री कन्या योजना का लाभ नहीं मिलने से परेशान आज एक युवती ने जनसुनवाई में हंगामा मचा दिया। युवती ने कलेक्टर अनुग्रह पी के सामने पहले अपनी सभी परेशानियों का बताया। युवती का कहना है कि मुख्यमंत्री कन्या योजना का लाभ लेने के लिए उसे बार-बार अधिकारियों द्वारा विभागों के  चक्कर लगाने पड़ रहे है। यहां तक की उसकी कोई भी फरियाद नहीं सुनी जा रही हैं।

जब भी अधिकारियों के पास जाते है तो कोई न कोई कमी बता दी जाती है जिस कारण अभी तक मुख्यमंत्री कन्या योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। युवती ने जनसुनवाई के दौरान शिवपुरी महिला कलेक्टर अनुग्रह पी के सामने कागज फाड़ते हुए भला-बुरा बोला।

युवती का कहना है कि हमें परेशान किया जा रहा है। बाद में युवती ने जब महिला कलेक्टर अनुग्रह पी के सामने जोर-जोर से चिल्लाकर बात करने लगी तो पास में बैठे अधिकारियों ने युवती को बाहर जाने कहने लगे।

युवती बाहर जाने की बात सुनकर अधिकारियों से बाहर नहीं जाने को कहा जिसके बाद अधिकारियों ने महिला पुलिस बुलाकर युवती का जनसुनवाई कक्ष से बाहर करने को बोला। जिसके बाद महिला पुलिसकमियों ने युवती को धक्के देकर जनसुनवाई कक्ष से बाहर किया।

एसडीएम ने पुलिस और एंबुलेंस को बुलवाया

युवती के द्वारा जनसुनवाई में हंगामा करने पर एसडीएम ने पुलिस और एंबुलेंस को बुलवाया। वही अधिकारियों का कहना है कि युवती योजना के तहत पात्र नहीं है जिस कारण युवती को राशि नहीं मिली। जब बात बिगडऩे लगी तो अधिकारियों महिला पुलिस कर्मी को बुलाकर युवती को कक्ष से बाहर निकलवा दिया।

महिला पुलिसकमियों ने युवती को धक्के देकर जनसुनवाई कक्ष से बाहर से ले जाने  लगी तो युवती ने कहा मंै अपनी जान दे दूंगी। वहीं पास में खड़े किसी व्यक्ति ने युवती को अस्पताल ले जाने को बोला तो युवती ने बोला मैं पागल नहीं हूं और न ही मुझे अस्पताल जाने की जरूरत है।

जनसुनवाई छोड़ चेंबर में चली गई कलेक्टर

युवती जिले की खयावदा कला निवासी बताई जा रही है। युवती का नाम रचना ओझा है। युवती रचना ओझा ने बताया की पिछली जनसुनवाई में भी आवेदन दिया था,लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ। हंगामा होते देख कलेक्टर अनुग्रह पी कुर्सी छोड़ कर अपने चेंबर में चली गई।

छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने आज जन सुनवाई में आकर कलेक्टर को सौंपा आवेदन  

छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने बताया है कि वह सभी शा. अनु जाति जन बालक उत्कृष्ट सीनियर छात्रावास में निवास कर करे है, छात्रों को हर वर्ष आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित होती है, जिसके तहत छाात्रों हर साल भर के लिए पढने के लिए या तो स्टेशनरी सामान प्राप्त होता है।

या फिर साल भर के लिए स्टेशनरी की राशी मिलती है, जिसके चलते वह अपनी पढाई-लिखाई करते हैं। लेकिन इस वर्ष ना तो उन्हें स्टेशनरी सामान मिली है और ना ही स्टेशनरी की राशी प्राप्त हुई है। छात्रावास में रहने वाले छात्र रणजीत ने बताया कि छात्रावास में करीब 54 लडक़े रहते हैं, जिन्हें सालाना स्टेशनरी राशी के तौर पर हर छात्र को 2 हजार रूपए के रूप में मिलते हैं।

लेकिन इस वर्ष किसी भी छात्र को राशी प्राप्त नहीं हुई है। पीडि़त छात्रावास में जुलाई से शुरू होने वाली कोचिंग भी अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं जिसके चलते छात्रों की पढाई पर भी बेहद बुरा असर पडा है, कुछ छात्रों ने तो वाहर प्राईवेट कोचिंग लगा ली हैं, लेकिन कुछ छात्रों की आर्थक स्थिती है जिसके चलते कोचिंगों में देने वाली महंगी फीस वह नहीं दे सकते। जिसके चलते वहां रहने वाले सभी छात्रों की पढाई पर गहरा पड़ा है जिससे उन्हें अपने आगामी परीक्षा की चिंता हो रही है कि उनका रिजल्ट अच्छा भी हो पाएगा या नहींं।

छात्रों ने बताया छात्रवास संचालक दिनेश चंद आदिवसी से वह इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन वह संचालक हर बार यह कह देता है कि इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। जिसके बाद छात्रों ने कई बार अधिकारी खलील बाबू जिनके पास जो छात्रावास की देख रेख करते हैं। 
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