शिवपुरी। प्रदेश के नाथ कमलनाथ और ग्वालियर राजघराने के महाराज कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच का बयानो का विवाद अब पोस्टरो के रूप में सडको पर आ गया हैं। जैसा कि विदित हैं कि 24 घंटे पूर्व शहर के हद्धय स्थल माधव चौक पर शहर कांग्रेस कमेटी द्धवारा लगाया गया था। लेकिन अब यह पोस्टर वहा दिखाई नही दे रहा हैं।
यह था पोस्टर और यह लिखा था
सिंधिया के समर्थन में लगाया गया पोस्टर जिसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ पर मर्यादा भूलने का आरोप लगाया गया था तथा यह याद दिलाया गया था कि प्रदेश सरकार को एक व्यक्ति एक पद का फॉर्मूला क्यों नहीं याद आ रहा है।
पोस्टर में सिंधिया के सडक़ों पर उतरने के बयान की पैरवी करते हुए लिखा गया था कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने से पार्टी मजबूत होती है। सिंधिया के सडक़ों पर उतरने वाले बयान पर सीएम की प्रतिक्रिया की सिंधिया चाहे तो सडक़ों पर उतर जाए, पर कटाक्ष करते हुए पोस्टर में लिखा गया था कि श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया से जो कहा गया, उस पर पुन: विचार करना चाहिए।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया द्वारा लगाए गए इस पोस्टर के बाद कांग्रेस में हडक़म्प व्याप्त हो गया और इसकी खबर जिला मुख्यालय की सीमा से निकलकर राजधानी भोपाल तक जा पहुंची। सूत्र बताते हैं कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव ने इस बारे में शहर कांग्रेस अध्यक्ष से जबाव तलब किया और उनसे कहा कि यदि किसी चीज की जानकारी नहीं है तो किसी से पूछ तो लेते। कांग्रेस के इस कड़े रूख के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने 24 घंटे के भीतर ही माधव चौक पर लगा पोस्टर हटा दिया है।
सिंधिया समर्थक शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया द्वारा माधव चौक पर लगाए गए पोस्टर में 16 दिसंबर 2018 जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार बन गई थी। इसके बाद का राहुल गांधी, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया का संयुक्त चित्र छापा है और इस चित्र के नीचे लिखा गया था। माननीय मुख्यमंत्री जी यह छायाचित्र की मर्यादा भूल गए हैं। श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया से जो कहा उस पर पुन: विचार करना चाहिए।
लोकतंत्र में अपनी बात रखने से पार्टी मजबूत होती है। अंत में लिखा गया था कि एक पद पर एक व्यक्ति का फॉर्मूला याद क्यों नहीं आ रहा मध्यप्रदेश सरकार को। इसके बाद निवेदक शहर कांग्रेस कमेटी शिवपुरी और बैनर में शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिय़ा का फोटो भी लगा हुआ था।
पोस्टर लगाने के बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुए श्री टेडिय़ा ने कहा था कि उनका यह कृत्य सीएम कमलनाथ के खिलाफ नहीं है। उन्होंने तो सिर्फ उन्हें उनकी पुरानी बात याद दिलाई है। प्रदेश में कांग्रेस की जीत में मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ-साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
सिंधिया ने चुनाव के दौरान जनता से जो वायदे किए थे, वह कांग्रेस के वचन पत्र में हैं और उन वचन पत्रों को पूरा करने के लिए वह सडक़ों पर उतरने की बात कर रहे हैं तो क्या गलत कर रहे हैं। सिंधिया का बयान न तो मुख्यमंत्री कमलनाथ और न ही कांग्रेस के खिलाफ है। उन्होंने सिर्फ पार्टी की मजबूती और एकजुटता के लिए माधव चौक पर पोस्टर लगाया है।
यह था पोस्टर और यह लिखा था
सिंधिया के समर्थन में लगाया गया पोस्टर जिसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ पर मर्यादा भूलने का आरोप लगाया गया था तथा यह याद दिलाया गया था कि प्रदेश सरकार को एक व्यक्ति एक पद का फॉर्मूला क्यों नहीं याद आ रहा है।
पोस्टर में सिंधिया के सडक़ों पर उतरने के बयान की पैरवी करते हुए लिखा गया था कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने से पार्टी मजबूत होती है। सिंधिया के सडक़ों पर उतरने वाले बयान पर सीएम की प्रतिक्रिया की सिंधिया चाहे तो सडक़ों पर उतर जाए, पर कटाक्ष करते हुए पोस्टर में लिखा गया था कि श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया से जो कहा गया, उस पर पुन: विचार करना चाहिए।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया द्वारा लगाए गए इस पोस्टर के बाद कांग्रेस में हडक़म्प व्याप्त हो गया और इसकी खबर जिला मुख्यालय की सीमा से निकलकर राजधानी भोपाल तक जा पहुंची। सूत्र बताते हैं कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव ने इस बारे में शहर कांग्रेस अध्यक्ष से जबाव तलब किया और उनसे कहा कि यदि किसी चीज की जानकारी नहीं है तो किसी से पूछ तो लेते। कांग्रेस के इस कड़े रूख के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने 24 घंटे के भीतर ही माधव चौक पर लगा पोस्टर हटा दिया है।
सिंधिया समर्थक शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिया द्वारा माधव चौक पर लगाए गए पोस्टर में 16 दिसंबर 2018 जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार बन गई थी। इसके बाद का राहुल गांधी, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया का संयुक्त चित्र छापा है और इस चित्र के नीचे लिखा गया था। माननीय मुख्यमंत्री जी यह छायाचित्र की मर्यादा भूल गए हैं। श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया से जो कहा उस पर पुन: विचार करना चाहिए।
लोकतंत्र में अपनी बात रखने से पार्टी मजबूत होती है। अंत में लिखा गया था कि एक पद पर एक व्यक्ति का फॉर्मूला याद क्यों नहीं आ रहा मध्यप्रदेश सरकार को। इसके बाद निवेदक शहर कांग्रेस कमेटी शिवपुरी और बैनर में शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेडिय़ा का फोटो भी लगा हुआ था।
पोस्टर लगाने के बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुए श्री टेडिय़ा ने कहा था कि उनका यह कृत्य सीएम कमलनाथ के खिलाफ नहीं है। उन्होंने तो सिर्फ उन्हें उनकी पुरानी बात याद दिलाई है। प्रदेश में कांग्रेस की जीत में मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ-साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
सिंधिया ने चुनाव के दौरान जनता से जो वायदे किए थे, वह कांग्रेस के वचन पत्र में हैं और उन वचन पत्रों को पूरा करने के लिए वह सडक़ों पर उतरने की बात कर रहे हैं तो क्या गलत कर रहे हैं। सिंधिया का बयान न तो मुख्यमंत्री कमलनाथ और न ही कांग्रेस के खिलाफ है। उन्होंने सिर्फ पार्टी की मजबूती और एकजुटता के लिए माधव चौक पर पोस्टर लगाया है।