शिवपुरी। आज का दिन सरस्वती विद्यापीठ आवासीय विद्यालय के लिए गौरवपूर्ण क्षणों में से एक था क्योंकि आज एक स्वपोषी भैयाओं का भव्य पूर्वछात्र सम्मेलन का आयोजन विद्यालय में हुआ जिसमें 1986 से वर्तमान तक के अधिकांश भैयाओं ने हिस्सा लिया।
उन्होंने अपने विद्यालयीन काल के संस्मरण रखे जिससे पूरा सदन भावुक हो गया उन्होंने अपने-अपने संस्मरणों के साथ ये भी बताया कि आज गीत, सरस्वती वंदना व भोजन मंत्र करके वे बहुत ही ज्यादा रोमांचित एवं भावुक हुए क्योंकि इतने वर्षों के बाद इस प्रांगण में आकर वे अपना बचपन महसूस कर रहे थे।
साथ ही जब वह लंबे समय के बाद विद्यालय आये तो अपने संस्मरणों में बताया कि यह वास्तव में मानव निर्माण करने वाली पुण्य भूमि है जहाँ आचार्य परिवार अपने बच्चों की तरह हमारा ध्यान रखते हैं , यहाँ प्राप्त हुए संस्कार जीवन पर्यन्त स्मरणीय रहेंगें।
भैयाओं ने अपने संस्मरणों में आचार्य रामपाल तिवारी, गोपाल सिंह राठौड़, राजेन्द्र चतुर्वेदी, पुरुषोत्तम शर्मा, देशबंधु गौतम सहित सभी आचार्यों के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित की। भैयाओं को उनके अतीत से जोड़ता एक चलचित्र भी उन्हें दिखाया गया जिसे देखकर वे अत्यंत रोमांचित व उत्साहित हुए।
विद्यालय के पूर्व छात्रों में न केवल देश में अपितु विदेशों में भी कार्यरत हैं, उनमें से कोई पुलिस अधीक्षक, न्यायाधीश, सेना में अधिकारी, व्यापारी, शिक्षक, इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक तो कोई जनसेवक, कृषक आदि स्थानों पर रहकर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
पूर्वछात्र सम्मेलन में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में विद्याभारती मध्यभारत प्रान्त के संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, अध्यक्षता सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मध्यप्रदेश के अध्यक्ष शिरोमणि दुबे जी द्वारा की गई, इस अवसर पर शिवपुरी विभाग समन्वयक रूपेश विश्वकर्मा एवं विद्यालय के प्रबंधक ज्ञानसिंह कौरव जी विद्यालय के प्राचार्य पवन शर्मा जी कार्यक्रम के दौरान मंच पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए हितानंद जी ने कहा कि आज हमारा भारत मृत्युंजय भारत है। इस वैचारिक संघर्ष में मेरी क्या भूमिका है, इस विषय पर विचार करने आवश्यकता है राष्ट्र हित में अपने विचारों को साझा करना है यही अपना परम कार्य है।
विद्यालय की ओर से सभी छात्रों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए तथा पूरा कार्यक्रम पूर्व छात्रों के कुशल नेतृत्व में संपन्न हुआ। इसी के साथ ही कार्यक्रम का सफल संचालनपूर्व छात्र भैया प्रदीप निरंजन द्वारा किया गया।
इस पूर्वछात्र सम्मेलन को भव्य व दिव्य एवं सफल बनाने के लिए सभी आये हुए पूर्वछात्रों के प्रति विद्यालय के प्राचार्य पवन शर्मा द्वारा बधाईयां, शुभकामनाएं एवं आभार व्यक्त किया गया।