शिवपुरी। उत्तर भारत में बर्फबारी के कारण प्रदेश में ठंड असर दिखा रही है। उत्तर की ओर से आ रही बर्फीली हवा ने पूरे प्रदेश को चपेट में ले रखा है। शिवपुरी जिला और आस पास के क्षेत्रों में सुबह 10 बजे तक धूप के दर्शन नहीं हुए,लगातार पारे के लुढकने के कारण शिवपुरी ठंड से ठुठर रही हैं।
दो दिन बाद हवाएं उत्तर की ओर से चलने पर ठंड और बढ़ने के आसार मौसम वैज्ञानिक बताते हैं। कोहरे के कारण सुबह 10 बजे तक ट्रैफिक धीमी गति से चला, वहीं सर्दी से लोग कांप उठे। इसके साथ ही अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान में जहां एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, वहीं न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
सीजन में दूसरी बार पारा 5 डिग्री पर रात का पारा पहुंचा। हालांकि मौसम में ठंडक गुरुवार रात से ही बढ़ गई थी लेकिन शुक्रवार सुबह से जो मौसम बिगड़ा उसके चलते सुबह 10 बजे तक कोहरा छाया रहा। इसके बाद धूप निकल आई लेकिन दोपहर बाद फिर सर्दी बढ़ी और रात का तापमान 5 डिग्री तक पहुंच गया। आज सुबह भी कोहरे की चादर ने शहर को ओढे रखा था।
17 दिसंबर को इस सीजन का न्यूनतम पारा पहली बार 5 डिग्री दर्ज
17 दिसंबर को इस सीजन का न्यूनतम पारा पहली बार 5 डिग्री दर्ज किया गया। इसके साथ ही घना कोहरा सुबह 11 बजे तक छाया था। सुबह 9 बजे तक कोहरा इतना घना था कि 5 मीटर दूर खड़ा व्यक्ति भी दिखाई नहीं दे रहा था। सुबह 10 बजे तक भी वाहन चालकों को हेडलाइट जलानी पड़ रही थी।
वेसा ही मौसम शुक्रवार को देखने मिला। 10 बजे के बाद कोहरा छंटना शुरू हुआ और धूप निकल आई। लेकिन शीतलहर के कारण धूप बेअसर रही और दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री से अधिक नहीं जा सका। जबकि एक दिन पहले दिन का अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री दर्ज किया गया था।
पाला पड़ने का खतरा कम
मौसम विशेषज्ञ डॉ. तोमर के अनुसार जब हवाओं की रफ्तार अधिक हो और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे पहुंच जाए तो पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन यदि बारिश हो जाती है तो पाले के लिए न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक पहुंचने के बाद ही पाला गिरने की संभावना बनती है।
दो दिन बाद हवाएं उत्तर की ओर से चलने पर ठंड और बढ़ने के आसार मौसम वैज्ञानिक बताते हैं। कोहरे के कारण सुबह 10 बजे तक ट्रैफिक धीमी गति से चला, वहीं सर्दी से लोग कांप उठे। इसके साथ ही अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान में जहां एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, वहीं न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
सीजन में दूसरी बार पारा 5 डिग्री पर रात का पारा पहुंचा। हालांकि मौसम में ठंडक गुरुवार रात से ही बढ़ गई थी लेकिन शुक्रवार सुबह से जो मौसम बिगड़ा उसके चलते सुबह 10 बजे तक कोहरा छाया रहा। इसके बाद धूप निकल आई लेकिन दोपहर बाद फिर सर्दी बढ़ी और रात का तापमान 5 डिग्री तक पहुंच गया। आज सुबह भी कोहरे की चादर ने शहर को ओढे रखा था।
17 दिसंबर को इस सीजन का न्यूनतम पारा पहली बार 5 डिग्री दर्ज
17 दिसंबर को इस सीजन का न्यूनतम पारा पहली बार 5 डिग्री दर्ज किया गया। इसके साथ ही घना कोहरा सुबह 11 बजे तक छाया था। सुबह 9 बजे तक कोहरा इतना घना था कि 5 मीटर दूर खड़ा व्यक्ति भी दिखाई नहीं दे रहा था। सुबह 10 बजे तक भी वाहन चालकों को हेडलाइट जलानी पड़ रही थी।
वेसा ही मौसम शुक्रवार को देखने मिला। 10 बजे के बाद कोहरा छंटना शुरू हुआ और धूप निकल आई। लेकिन शीतलहर के कारण धूप बेअसर रही और दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री से अधिक नहीं जा सका। जबकि एक दिन पहले दिन का अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री दर्ज किया गया था।
पाला पड़ने का खतरा कम
मौसम विशेषज्ञ डॉ. तोमर के अनुसार जब हवाओं की रफ्तार अधिक हो और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे पहुंच जाए तो पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन यदि बारिश हो जाती है तो पाले के लिए न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक पहुंचने के बाद ही पाला गिरने की संभावना बनती है।
