कोलारस। खबर जिले के कोलारस तहसील क्षेत्र से आ रही है। जहां कोलारस के महिला बाल विकास विभाग में कम्प्यूर आपरेटर ने अपने ही विभाग के व्हाट्सऐप ग्रुप में आई लब यू डारलिंग और किस करते हुए एक म्योजी डाली थी। जिसपर से कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए उक्त आॅपरेटर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील के महिला बालविकासकम्प्युर ऑपरेटर विकास नायक द्वारा दिनांक 16/11/2019 की शायं को महिला बाल विकास के व्हाट्सप ग्रुप icds family (kolaras) जिसमे कई महिला सुपरवाईजर और महिला बाल विकास के अधिकारी जुड़े हुए है मे 9098719242 नम्बर से Love u 😘 darling लिखकर सेन्ड कर दिया।
जिस पर तत्काल प्रभाव से जिला महिला बाल विकास अधिकारी देवेन्द्र सुन्दरियाल ने इस मामले को संज्ञान मे लेकर शिवपुरी कलेक्टर को कार्यवाही करने भैजा जिस पर कलेक्टर ने तुरंत कार्यवाही करते हुए विकास नायक को निलंबित कर दिया। इश्क के ठरकीपन के बुखार मे डूबे कम्प्युटर ऑपरेटर को ऑफिशियल ग्रुप में आशिकी करना महंगा पड़ गया।
हालांकि इस बाबू के खिलाफ शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने की तमाम शिकायतें लंबे समय से थी। जिन पर कार्यवाही भी चल रही थी किंतु हाल ही में इस कार्यवाही ने उन्हें निलंबन के दायरे में ला दिया ।
विदित हो कि महिला बाल विकास विभाग के इस ऑफिशियल ग्रुप में तमाम महिला सुपरवाइजर व अन्य अधिकारी भी जुड़े हुए हैं और ऐसे में इसी में कमी के बाबू द्वारा सार्वजनिक स्तर पर इस प्रकार की पोस्ट डालना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है फिलहाल इनकी आशिकी की सजा कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से दे दी।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील के महिला बालविकासकम्प्युर ऑपरेटर विकास नायक द्वारा दिनांक 16/11/2019 की शायं को महिला बाल विकास के व्हाट्सप ग्रुप icds family (kolaras) जिसमे कई महिला सुपरवाईजर और महिला बाल विकास के अधिकारी जुड़े हुए है मे 9098719242 नम्बर से Love u 😘 darling लिखकर सेन्ड कर दिया।
जिस पर तत्काल प्रभाव से जिला महिला बाल विकास अधिकारी देवेन्द्र सुन्दरियाल ने इस मामले को संज्ञान मे लेकर शिवपुरी कलेक्टर को कार्यवाही करने भैजा जिस पर कलेक्टर ने तुरंत कार्यवाही करते हुए विकास नायक को निलंबित कर दिया। इश्क के ठरकीपन के बुखार मे डूबे कम्प्युटर ऑपरेटर को ऑफिशियल ग्रुप में आशिकी करना महंगा पड़ गया।
हालांकि इस बाबू के खिलाफ शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने की तमाम शिकायतें लंबे समय से थी। जिन पर कार्यवाही भी चल रही थी किंतु हाल ही में इस कार्यवाही ने उन्हें निलंबन के दायरे में ला दिया ।
विदित हो कि महिला बाल विकास विभाग के इस ऑफिशियल ग्रुप में तमाम महिला सुपरवाइजर व अन्य अधिकारी भी जुड़े हुए हैं और ऐसे में इसी में कमी के बाबू द्वारा सार्वजनिक स्तर पर इस प्रकार की पोस्ट डालना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है फिलहाल इनकी आशिकी की सजा कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से दे दी।