SBI ने व्यापारियो के TDS के नाम पर उडा दिए साढ़े छह लाख रुपए, मंडी में काम बंद की चैतावनी

Bhopal Samachar

खनियाधाना।नगर के एक दर्जन से भी अधिक गल्ला व्यापारियों के खातों से बैंक द्वारा बिना किसी सूचना के ही टीडीएस के रूप में लाखों रुपए की राशि खातों से निकालने के मामले में सभी व्यापारियों ने मिलकर बैंक प्रबंधन को ज्ञापन दिया। व्यापारियों ने राशि वापस नहीं करने पर मंडी से माल खरीदी न करने की चेतावनी भी दी।

भारतीय स्टेट बैंक खनियांधाना द्वारा सभी रजिस्टर्ड अनाज व्यवसायियों के चालू खातों में 2 प्रतिशत टीडीएस की राशि काट ली गई है जो कि सितंबर माह में करीब साढ़े चार लाख तथा अक्टूबर माह में 1 लाख 84 हजार कुल मिलाकर लगभग 6 लाख 36 हजार रुपए अनावश्यक रूप से काट लिया गया है जबकि केंद्र सरकार द्वारा एपीएमसी अनाज व्यवसाय के लिए राजपत्र में वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचना संख्या 70/ 2019 फा. नं. 370142/12 /2019 टीपीएल भाग 1 द्वारा छूट प्रदान की गई है।

इस संबंध में व्यापारियों का कहना है कि हमने अपने मंडी लाइसेंस एवं अन्य कागजात बैंक में 24 अक्टूबर 2019 को दे दिए दिए हैं उसके उपरांत भी 25 अक्टूबर को एवं 14 नवंबर को उक्त दो परसेंट टीडीएस काटा गया है जबकि नजदीकी मंडी पिछोर में किसी भी रजिस्टर्ड अनाज व्यापारी का एक भी रुपया बैंक द्वारा नहीं काटा गया है।

जिससे साफ जाहिर होता है कि बैंक प्रबंधन ने लापरवाही पूर्वक अनाज व्यवसायियों के कागजात कंप्यूटर में फीड नहीं किए जिसके कारण यह राशि काटी गई है जिससे खनियांधाना के समस्त व्यवसायियों में आक्रोश है।

व्यापारियों ने कहा कि यदि इस प्रकार से पैसा कटेगा तो हम मंडी व्यबसाई अपना कारोबार बंद कर देंगे जिसकी सारी जवाबदारी बैंक वालों की एवं प्रशासन की रहेगी। जिस दिन से यह राशि काटना शुरु हुई है व्यापारियों ने अपने बैंक खाते से पैसा निकालने में भी डर रहे हैं, क्योंकि किसान अपनी फसल का नकद में ही दाम चाहता है वह चेक या ट्रांसफर नहीं कराना चाहता। इस समय मंडियों में फसल ज्यादा आ रही है लेकिन नगदी नहीं होने से स्थितियां चिंताजनक हो सकती हैं।

यह है मामला
इस वर्ष घोषित किए गए बजट में व्यापारियों द्वारा अपने चालू खातों से एक करोड़ रुपए से अधिक की निकासी पर 2 प्रतिशत टीडीएस लगाने का प्रस्ताव आया था लेकिन बाद में व्यापारियों की मांग पर यह वापस ले लिया गया जिसका गजट नोटिफिकेशन भी जारी किया गया।

लेकिन इसके बावजूद बैंक सिस्टम में फीड नहीं होने के कारण कुछ व्यापारियों के अभी भी 2 प्रतिशत टीडीएस की राशि काटी जा रही है जिसमें खनियांधाना के लगभग डेढ़ दर्जन व्यापारी शामिल है जिनमें किसी के किसी किसी के तो एक-एक लाख रुपए तक की टीडीएस राशि काटी गई है।

इनका कहना है
हमारे बैंक की शाखा स्तर से किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की जाती है यह तो ऊपर से ही व्यापारियों की राशि काटी जाती है। व्यापारियों के कागजात हमने समय पर सिस्टम में फीड कर दिए हैं। ऊपर भी भेज दिए हैं। इसके बावजूद यदि टीडीएस कट रहा है तो हम दिखवाते हैं।

अन्य शहरों में भी व्यापारियों के बैंक खातों से टीडीएस वसूला गया है। यदि एकाद जगह टीडीएस नहीं कटा है तो उसका कारण व्यापारियों ने भुगतान के रूप में चेक या डायरेक्ट ट्रांसफर की प्रक्रिया अपनाई है
प्रदीप कोठारी, शाखा प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, खनियांधाना।

सरकार द्वारा अनाज व्यापारियों से 2 प्रतिशत टीडीएस की राशि नहीं लिए जाने की घोषणा के बाद भी हमारे बैंक खातों से रुपया काटा गया है। यदि इसी प्रकार बैंक हमारा रुपया काटेगा तो हम कैसे व्यापार करेंगे। कैसे किसानों की फसलें खरीदेंगे, मजबूरी में हमें खरीदी बंद करना पड़ेगी।
मनोज जैन, सचिव अनाज तिलहन व्यापार संघ, खनियांधाना।
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