आदिवासियों को जमकर पीटा,गटर के गड्डे में फैंक गए | pohri news

Bhopal Samachar

पोहरी। जिले के पोहरी अनुविभाग अंतर्गत आने वाले ग्राम बनेरा में दबंग यादवों को यह बात नागवार गुजरी कि उन्हीं के यहाँ अब तक बेगार करने वाले आदिवासियों ने उनके सरसों के खेत में काम पर जाने से मना कर दिया। इसकी सजा दबंग यादवों ने पूरे परिवार को मरणासन्न कर दिया वहीं पिता पुत्र को अधमरा कर शौचालय के गड्डे में मरा समझकर छोड़ गए। इस घटना की जानकारी लगते ही तत्काल सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बेचैन मौके पर पहुंच गए जिन्होंने पूरी घटना के सम्बन्ध में पुलिस को अवगत कराया।

जानकारी के अनुसार बैराड़ थाने के ग्राम बनेरा में निवासरत बैजन्ती आदिवासी पत्नि सीताराम आदिवासी उम्र 35  साल के घर 3 नवम्बर 2011 को सुबह 6 बजे बलराम यादव पुत्र प्रीतम यादव आया और उसने बैजन्ती आदिवासी से खेतों पर काम करने के लिए चलने को कहा। बैजन्ती ने जब उसके घर पर ही काम होने के कारण चलने में असमर्थता जताई तो दबंग यादव ने आदिवासी महिला को लात घूसों से पीट डाला, अपनी माँ को बचाने आए रामविलास आदिवासी को भी बलराम ने धक्का मुक्की कर दी। इस पूरी घटना की जानकारी बैजन्ती आदिवासी ने बैराड़ थाने पहुंचकर दी।

पुलिस ने बैजन्ती की फरियाद मारपीट एवं एससीएसटी एक्ट की कायमी कर ली। बैजन्ती द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दिए जाने की खबर जैसे ही दबंग यादवों को लगी तो बलराम यादव, शिशुपाल यादव, शिवराज यादव, मुकेश यादव, धनबान यादव, मलखान मास्टर, केशव मास्टर, शिवदयाल, जीतू, सीता यादव, छोटू यादव, शिवसिंह, उदयसिंह सहित लगभग 20 दबंग यादव एक राय होकर बैजन्ती आदिवासी के घर आ पहुंचेे और यहाँ उन्होंने उसके पति सीताराम आदिवासी व उसके बेटे के साथ लाठी डण्डों से जमकर मारपीट कर डाली।

दबंग लाठियों से लैस थे जिन्होंने दोनों पिता पुत्र को बेरहमी से पीटा और मरणासन्न अवस्था में ही दोनों को शौचालय के गड्डे में फेंक दिया और मौके से भाग खड़़े। इस मामले की जानकारी आदिवासी परिवार ने थाने पहुंचकर दी। थाने में सीताराम आदिवासी की रिपोर्ट पर से बलराम यादव, शिशुपाल यादव, शिवराज यादव और मुकेश यादव के खिलाफ धारा 452, 323, 294, 506, 34 एवं एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।  

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