मध्यप्रदेश स्थापना दिवस: कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों का अकाल, नेताओं की बेरूखी रही चर्चा में

Bhopal Samachar

हैप्पी गुप्ता/कोलारस। मध्य प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन जनपद प्रांगण में तयशुदा समय से 1 घंटे देरी से प्रारंभ हुआ जिसके चलते उक्त आयोजन 10:00 बजे की जगह 11:20 से प्रारंभ हो सका उक्त आयोजन में दोनों ही पार्टी के नेताओं ने प्रशासन पर उनकी उस पर और सम्मान न करने का आरोप लगाया। जिसके चलते भाजपा एवं कांग्रेश सहित अन्य दल के नेताओं ने भी इस आयोजन से अपनी दूरी बनाए रखें जो राजनीतिक गलियारों सहित कोलारस में भी चर्चा का विषय बना रहा।

भा जा पा के नेताओं ने तो सीधा हमला बोलते हुए कांग्रेसी नेताओं पर उक्त आयोजन को गंभीरता से ना लेने को लेकर चिंता व्यक्त की। हालात यह थे कि जनपद द्वारा निर्धारित उक्त आयोजन में जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित सदस्य भी मौजूद नहीं थे। वही नगर पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित अनेकों सदस्य इसमें शामिल नहीं हुए।जनप्रतिनिधियों के नाम पर केवल क्षेत्रीय विधायक वीरेंद्र रघुवंशी और कांग्रेस की ओर से कुल 5 जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। जिसको देखते हुए यह कहना अनुचित ना होगा कि मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का उक्त आयोजन पूरी तरह असफल रहा जिसकी पूरी पूरी जवाबदारी प्रशासन की बनती है।

स्थापना दिवस आयोजन में जनप्रतिनिधियों के साथ साथ प्रशासनिक अमले की भी उपस्थिति ना के बराबर देखने को मिली। हालात यह रहे केवल एसडीएम तहसीलदार सीएमओ महिला बाल विकास अधिकारी कुछ शिक्षक उपस्थित थे। किंतु इनके अधीनस्थ अमले की उपस्थिति ना के बराबर थी। इससे यह साफ जाहिर होता है की मध्यप्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन मात्र औपचारिकता ही रहा।

जब शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने तय समय पर आकर मंजर देखा तो खुद नगर पंचायत सीएमओ 11:15 बजे के बाद उपस्थित हुए विधायक कोलारस भी उसी समय आए जनपद पंचायत सीईओ अवकाश पर थे।

उक्त स्थापना दिवस का आयोजन महज 34 मिनट में समाप्त हो गया।जिसको देखते हुए भाजपाइयों ने कांग्रेश शासन पर निशाना साधते हुए कहा की कांग्रेश की सत्ता में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस जैसे आयोजनों को गंभीरता से लिया जा रहा है और ना ही इनके नेता ऐसे आयोजनों में उपस्थित हो रहे हैं। जो प्रजातंत्र के लिए घातक है। कई भाजपा नेताओं ने तो कांग्रेसी शासन में इन नेताओं की कोई पूछ पर ना होने की बात कहकर राजनैतिक हलचल को तेज कर दिया है।

जब वरिष्ठ कांग्रेसियों से इस विषय पर चर्चा करने का प्रयास किया गया तो सभी ने मौन धारण कर लिया और केवल अपनी ही सत्ता में अपनी ही सुनवाई ना होने को लेकर संवेदना व्यक्त की । हालांकि प्रशासन ने विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को पूरी तरह जी दी और पूरे आयोजन में आगे आगे रखा जिसे देख कर वहां उपस्थित चंद्र कांग्रेसियों में खलबली देखने को मिली और उनके चेहरों पर अपनी ही सत्ता में खुद की अवहेलना साफ नजर आई।

इनका कहना है
हमको सुबह इस कार्यक्रम का फोन सीएमओ द्वारा आया था। लेकिन उस समय मैं पूजा में बैठ गया था। वही जनपद अध्यक्ष को व्हाट्सएप से निमंत्रण भेजा गया था तो उन्होंने भी अपनी उपस्थिति व्हाट्सएप से देने की बात मुझसे कही थी।
रवींद्र शिवहरे, नगर परिषद अध्यक्ष कोलारस

हालात यह हैं सिंधिया ग्रुप के किसी नेता की पूछ परख नहीं है यदि दिग्गी खेमा होता तो प्रशासन सबको गंभीरता से बुलाता और कांग्रेसी किसी का काम भी नहीं करा पा रहे हैं। किस मुंह से आयोजन में उपस्थित होंगे हमारा विधायक सबके काम कराता है। इस कारण सभी उसको इज्जत देते हैं।
गुरुप्रीत सिंह चीमा, भाजपा किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष
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