शिवपुरी। जिले में हो रही लगतार बारिश किसानो के लिए मुसीबत बन रही हो,लेकिन 22 तारिख का संडे शहर का सुपर संडे रहा। पिछले 22 दिनो से लगातार मडीखेडा डेम के गेट खुले है। पिछले 24 घटें में गुना और अशोकनर सहित जिले में हो रही बारिश के कारण सिंध उफन रही हैं। इस कारण रविवार को मडीखेडा डेम के 8 गेट खोलने पडे।
22 तारिख को रविवार और मडीखेडा के आठो गेट खोले जाने की सूचना पर शहर ने पर्यटक प्रेमियो ने फिर एक बार दौड मडीखेडा की ओर लगा दी। बताया जा रहा हैं कि पर्यटक प्रेमियो ने मडीखेडा पर जाकर सिंध के उफनते वैग का जमकर आंनद लिया। जमकर फोटो ग्राफी की।
जिले में रविवार की सुबह 8 बजे तक कुल 834.76 मिमी बारिश के साथ कुल औसत बारिश का कोटा पूरा हो गया है। जिले की कुल औसत 816.3 मिमी निर्धारित है। हालांकि पिछले साल 19 दिन पहले ही औसत कोटा पूरा हो गया था। शिवपुरी जिले में अभी तक कुल 102% औसत हो चुकी है, जबकि पड़ाेसी जिले गुना से तुलना करें तो वहां 161% बारिश हो गई है।
बात 24 घंटे में हुई बारिश की करें तो गुना में 105.2 मिमी और अशोकनगर में 84 मिमी बारिश हो जाने से सिंध नदी में फिर से उफान आ गया है। जबकि शिवपुरी जिले में 23 मिमी ही औसत बारिश हुई है। विदिशा सहित गुना व अशोकनगर में ज्यादा बारिश की वजह से सिंध नदी बार-बार उफान पर आ जाती है। जिससे देहरदा-ईसागढ़ रोड पर बना पचावली पुल बार-बार डूब रहा है। आज फिर पुल पर 5 फीट ऊपर पानी दिन भर बहता रहा। आगे जाकर मड़ीखेड़ा बांध के आठ गेट खोलकर 2 हजार क्यूमेक पानी छोड़ना पड़ा।
मड़ीखेड़ा अटल सागर बांध सिंध नदी पर बना है। सिंध में बार-बार उफान आ जाने की वजह से गेट 16 सितंबर को पहली बार खोले गए थे। इस बीच दो-तीन बार गेट खोले और बंद कर दिए। लेकिन 1 सितंबर से लगातार गेट खुले रहे।
इस बीच कभी 8 तो कभी 6 और 4 गेटों से पानी छोड़ा गया। नदी में बहाव के आधार पर 2 गेट खुले रखकर पानी छोड़ा जाता रहा। 22 सिंतबर की सुबह से नदी में ज्यादा पानी आ जाने से सुबह 8 बजे के बाद 8 गेट खोलकर पाीन छोड़ना पड़ा। इतने अधिक समय तक गेट खुलना, यह भी पहली बार है।
सबसे अधिक कोलारस, सबसे कम पिछोर में हुई बारिश
कोलारस 1115,बदरवास 1013,नरवर 848,पोहरी 811,शिवपुरी 805.7,खनियाधाना 771,बैराड़ 763,करैरा 695.2,पिछोर 691 और कुल औसत 834.76 उकत बारिश के आकडे मिमी में।