RTO आफिस शिवपुरी:सरकार ने रोड टैक्स की रेट बढाई,तो मेडम ने तो पूरी की पूरी रेट लिस्ट बदल डाली

Bhopal Samachar
शिवपुरी। वैसे तो शिवपुरी आरटीओ आफिस की भ्रष्टाचार की तमम खबरे प्रकाशित हो चुकी है। आरटीओ शिवपुरी मधुसिंह के कारनामो की गूंज विधानसभा तक जा पहुंची थी,लेकिन भ्रष्टाचार से भरे इस विभाग के अधिकारी मधुसिंह पर कोई कार्यवाही नही हुई है। अब बताया जा रहा हैं कि सरकार ने रोड टैक्स की रेट क्या बढाई मेेडम ने आरटीओ आफिस से संबधिंत सभी कामो रेट बढा दी हैं। यह खबर आपको अवश्य पढनी चाहिए ओर तय करे की हमारी वोट की ताकत का कैसे गलत इस्तेमाल किया जा रहा हैं। और हमारा जूता ही हमारे सिर पर मारा जा रहा हैं।

जैसा विदित हैं कि मप्र सरकार ने गाडियो के रोड टैक्स की रेटे बढाई हैं,ओर रेट बढाने की घोषणा सरकार ने एक माह पूर्व ही कर दी थी। इस बीच RTO आफिस में नई गाडियो के रजिस्ट्रेशन रोक दिए ओर दलील की अभी रेट बढने वाली हैं इस कारण साफ्टवेयर अपडेट हो रहा हैं,जिसने सुविधा शुल्क ज्यादा दी उसका काम किया गया।

अब खबर यह आ रही हैं कि RTO आफिस में होने वाले सभी आपको कामो की सुविधा शुल्क में बढोतरी कर दी गई हैंं। एक ऑटो वाले ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी तक किसी एजेंट से परमिट बनबाने पर 1200 से 1300 रुपये खर्च होते थे लेकिन कल ही जब परमिट रिन्यू के लिए एजेंट को फोन लगाया तो पता चला कि अब परमिट रिन्यू का खर्चा 1600 रुपये हो गया है कारण पूछा तो एजेंट ने बताया कि RTO आफिस शिवपुरी की सभी कामो में लगने वाली अपनी फीस बढ़ा दी हैं।

इसी मामले में आगे बढ़ते हुए हमने शहर के एक बड़े ट्रांसपोर्ट संस्थान के मालिक से बात की उन्होंने बताया कि ट्रक का परमिट पहले 18500 से 19000  में रिन्यू हो जाता था लेकिन अब एजेंट 19500 से 20000 रुपये मांग रहा हैं,यह भी वजह सिर्फ आफिस रेट में बढोतरी बताई जा रही हैं।

हमने उनसे एक ओर सवाल किया कि आपका इतना बढ़ कारोबार है इतने लोग आपके यहाँ काम करते है परमिट रिन्यू में एजेंट का सहारा क्यों लेते हो अपने किसी कर्मचारी को भेज कर परमिट रिन्यू क्यों नही करा लेते तो उन्होंने कहा कि पहली बात तो ये है कि RTO आफिस शहर के 10 km दूर बना है और फिर अगर खुद बिना कोई एजेंट के कार्य के लिए जाते है तो पता नही कितने चक्कर लगाने पड़ेंगे ।

  RTO   मेडम का भी कोई भरोसा नही मिलेंगी या नही,ओर अगर किस्मत से मिल भी गयी तो क्या पता बिना सुविधा शुल्क के आये आवेदन में कोई कमी बता कर निरस्त ही न कर दे । और सबसे बड़ी बात ये है कि पानी में रहकर मगरमच्छ से कोन बैर ले।वही बताया जा रहा हैं कि लर्निंग लाइैसेंस से लेकर हैबी लाईसेंसो तक की रेटे दोगुनी कर दी गई हैं।

बताया गया हैं कि एक कांग्रेसी नेता अपना काम कराने  RTO  कार्यालय गए थे,और वे बिना रिश्वत के काम कराने का प्रयास किया तो उनको नियमो में उलझा दिया गया कि वे तत्तकाल दलाल को पैसे देते चले,और कह गए कि ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले 15 साल में भी कांग्रेस की सरकार नही आऐंगी।

अपने राम का इस मामले में इतना ही कहना हैं कि आरटीओ शिवपुरी के कथित भ्रष्टाचार की खबरे प्रकाशन में आई थी,मामला विधानसभा तक पहुंचा था,सिद्ध् घोटाला था,पूरे चांस थे फसने के,लेकिन बचा लिया गया। विधानसभा में मंत्री ने जबाब का ऐसा जबाव दिया की जगहसाई हुई थी। कुर्सी जाने का खतरा मंडराने लगा,कही लूप लाईन में न लग जाए। कुर्सी बचाने के लिए मिठाई तो बाटंनी पडी होगी। जब मिठाई बांटी तो खर्चा तो हुआ होगा। नगदी भी चढोतरी भी करनी पढी होंगी। अब वसूली तो करनी होगी। तो जनता से ही वसूला जाऐगा। 
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