शिवपुरी। आज आदिवासी समाज भी विकास की मुख्य धारा में शामिल है क्योंकि वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहा है ऐसे में सामाजिक समरसता का यह कार्यक्रम आदिवासी समाज की संगठन शक्ति भी है जिससे पता चलता है कि आदिवासी वर्ग कभी दूसरों पर आश्रित नहीं रहा बल्कि स्वयं के प्रयासों से अपने विकास की नींव को मजबूत करता है और इसके लिए वह अपने आदिवासी परिजनों, समाज भाईयों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध भी है भारतीय किसान संघ भी हमेशा यही प्रयास करता है कि आदिवासी समाज भी कृषक होकर अपने अधिकारों को जानें और खेतीबाड़ी कर वह स्वयं आत्मनिर्भर बनकर देश के विकास में अपना योगदान दें।
उक्त विचार प्रकट किए भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष कल्याण सिंह यादव (बंटी)ने जो स्थानीय शिवपुरी जिले के बैराढ़ में आदिवासी समाज द्वारा आयेाजित सामाजिक समरसता कार्यक्रम केा मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आदिवासी समाज द्वारा सामाजिक बैठक एवं सहभोज का आयोजन किया गया जिसमें अतिथि के रूप में कल्याण सिंह यादव ने भी आदिवासी भाईयों के बीच उनके साथ मिलकर समाज विकास की बात कही और सहभोज में भाग लिया। इसके साथ ही समस्त हिन्दू समाज को एकजुट होने का आह्वान किया एवं समाज के हर बच्चे को शिक्षित करने पर भी जोर डाला। इस कार्यक्रम में आदिवासी समाज के हजारों लोग मौजूद थे।