बडी खबर: प्लांटेशन के नाम पर आए 50 हजार के पौधे, नाली में फैंक दिए, देखे VIDEO

Bhopal Samachar
मुकेश रघुवंशी/कोलारस। खबर जिले के कोलारस अनुविभाग के बदरवास क्षेत्र के सब रेंज लुकवासा के पास स्थिति ग्राम अटरूनी से आ रही है। जहां बीते 2017 में किए गए प्लांटेशन के बाद पुन: प्लांटेशन के नाम पर अधिकारीयों ने बजट तो जारी कर दिया। परंतु उक्त बजट से आए पौधों को जिम्मेदारों ने नाली में फैंक दिया। इस मामले की शिकायत जब जिम्मेदारों से की तो वह यह कहकर गिडगिडाने लगे कि क्रपया आप खबर को प्रकाशित न करे।

जानकारी के अनुसार लुकवासा के ग्राम अटूनी पर फोरेस्ट विभाग द्धारा 3 स्थानों पर 50 50 हेक्टेयर जमींन पर प्लांटेशन 2017 में किया था। इस प्लाटेंशन के बाद इस साल जो कुछ पौधे खत्म हो गए उन्हें फिर से लगाने के लिए विभाग द्धारा 50 हजार रूपए की राशि जारी की गई। जिससे विभाग के ही कर्ता धर्ताओं को उक्त जमींन पर प्लांटेशन की जिम्मेदारी दी गई। परंतु यहां रक्षक की भक्षक निकले।

यहां पदस्थ बीट गार्ड हरिवल्लभ भार्गव ने उक्त स्थान पर प्लांटेशन न करते हुए शासन के पैसे को नाली में बहाते हुए उक्त पौधों को नाली में फैंक दिया। इस मामले की सूचना पर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की टीम मौेके पर पहुंची। जहां जाकर देखा तो फोरेस्ट के दो प्लांटेशनों पर शासन द्धारा नियुक्त 7 7 हजार रूपए के चौकीदार गायव मिले। जब जाकर एक अन्य प्लांटेशन पर देखा तो वहां चौकीदार घनश्याम धाकड मिला।

जब अंदर जाकर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने देखा तो वहां नाली में पौधे पडे मिले। जब इस संबंध में जिम्मेदार बीट गार्ड का शिवपुरी समाचार डॉट कॉम के संबाददाता मुकेश रघुंवशी को फोन लगाया और कहने लगा कि इससे मेरा नुकसान हो जाएगा। आपको इस खबर को लगाने से क्या मिलेगा। क्रपया यह खबर न लगाए।

जब इस संबंध में पूरी जानकारी जुटाई तो सामने आया कि उकत कर्मचारीयों द्धारा शासन को चूना लगाकर फोरेस्ट के पनपने से पहले ही पौधों की हत्या कर नाली में फैंक दिया। यह इसलिए किया गया कि अगली बार फिर प्लांटेशन के लिए पौधे आए। यहां जब जमींनी हकीकत देखी तो सामने आया कि यहां 1500 पौधों में से महज 100 पौधे ही रौंपे गए है। जबकि इनके नाम पर लगभग 1 लाख रूपए का घोटाला पकाया गया है।

इनका कहना है
यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। मेने फोरेस्ट रेंजर महेश शर्मा को मौके पर जांच के लिए भेजा है। में अभी बाहर हूं अब जांच में क्या किया है यह में आपको पता करके बताउंगा।
मनोज कुमार सिंह,एसडीओ

यह मामला जो बता रहे है वह ऐसा नहीं है। एक दो पौधों की पन्नी खराब हो जाती है वह मिली होगी। पौधों को फैंकने का तो सबाल ही नहीं बनता। रही बात चौकीदारों की तो यहां दो चौकीदार लोकल के है। आप जो धाकड का नाम बता रहे है वह तो 2 महीने से गायब है में अभी भी खुद बैठा हुआ है। अब खबर रूकबाने की बात की बात है तो उनसे मेरे पर्सनल संबंध है इसलिए मैने ऐसा कहा।
हरीभल्लभ भार्गव,बीटगार्ड 
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