शिवपुरी। वार्ड नं. 27 के विष्णु मंदिर के पीछे स्थित मोहन नगर कॉलोनी में पार्षद की अनदेखी के कारण नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालात यह है कि थोड़ी सी ही बारिश में वहां बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं और बारिश का पानी निकलने के बाद जो स्थिति सामने आती है वह इतनी भयावह है कि लोगों का वहां रहना मुश्किल हो जाता है। पूरी सडक़ पर बड़े बड़े गड्डे जिनमें पानी भरा रहता है।
यहां तक कि दलदल के कारण वाहनों का उसमें फंस जाना आम बात है। नालियों की नियमित सफाई न होने के कारण वहां गंदगी फैल रही है। इतना कुछ होने के बाद भी पार्षद हरिओम नरवरिया ने इस क्षेत्र को समस्या से उबारने के लिए कुछ भी नहीं किया। कई बार लोग पार्षद से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन हर बार वह अपनी निष्क्रियता के चलते जवाब देते हैं कि नगरपालिका उनकी सुन नहीं रही है।
इस कॉलोनी में पिछले डेढ़ वर्ष पूर्व सीसी रोड़ स्वीकृत हुई, लेकिन आज तक वह रोड़ नहीं डाली गई। इस दौरान पार्षद ने इतना भी नहीं किया कि वह गड्डों को मिट्टी और गिट्टी से भरवा सके। लोगों का कहना है कि जब से भाजपा पार्षद हरिओम नरवरिया ने चुनाव जीता है तब से वह वार्ड में घूमे तक नहीं। पूरे वार्ड की स्थिति इतनी गंभीर है कि लोग पार्षद को कोसते रहते हैं।
लाल होटल विष्णु मंदिर से लेकर जैन के मकान तक सीवर लाइन की खुदाई लगभग 4 वर्ष पूर्व की गई थी। उसके बाद से ही वहां की सडक़ की हालत काफी खराब है। खुदाई के बाद ठेकेदार ने बेतरतीव तरीके से खोदी गई सडक़ को बंद कर दिया था जिसमें कई बार वाहन धंसककर क्षतिग्रस्त हो चुके थे। बाद में जब स्थानीय लोगों ने नगरपालिका प्रशासन और पार्षद हरिओम नरवरिया से शिकायत की तो उन्होंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
बाद में कॉलोनी के लोगों ने स्वयं के व्यय पर उक्त ऊबड़ खाबड़ रास्ते को सही कराया, लेकिन बारिश के दिनों में वह सडक़ दलदल में तब्दील हो जाती है। पिछले वर्ष पार्षद से इस सडक़ को लेकर वार्ड के लोगों ने शिकायत की तो पार्षद ने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी यह समस्या खत्म हो जाएगी, क्योंकि सीसी सडक़ स्वीकृत हो गई है, लेकिन इस बात को एक वर्ष से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन आज तक सडक़ का निर्माण शुरू नहीं हुआ।
गणेश जी की स्थापना से पूर्व लोगों ने चंदा कर मुरम और गिट्टी डलवाई
विष्णु मंदिर मार्केट में कॉलोनी के नन्ने मुन्ने बच्चों ने गणेश जी की स्थापना की, लेकिन जिस स्थान पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई है। वहां का रास्ता दलदल में तब्दील था। इसे लेकर उक्त बच्चों को चिंता हुई कि दलदल में कैसे कॉलोनी के लोग भगवान के दर्शनों को आएंगे।
इसके लिए बच्चों ने कॉलोनी के कुछ वरिष्ठ लोगों के समक्ष इस समस्या को रखा जिस पर उक्त लोगों ने गणेश जी के चंदे के साथ साथ सडक़ पर पड़े दलदल को बंद करने के लिए जीरा गिट्टी और मुरम लाने के लिए अलग से चंदा एकत्रित किया और उस चंदे की राशि से वहां मुरम डलवाई। इसके बाद वह रास्ता ठीक हो सका और भगवान के दर्शनों को आने वाले दर्शनार्थी रात में वहां पहुंचे। गणेश पाण्डाल में प्रतिदिन धार्मिक आयोजन भी किए जाएंगे। जहां बैठने लायक वह जगह हो गई है।