शिवपुरी। जिले के प्रभारी प्रद्युम्न सिंह तोमर अपने एक दिवसीय प्रवास पर शिवपुरी पहुंचे जहां उन्होंने अस्पताल, पेजयल, नाला सफाई तथा गौ शालाओं का निरीक्षण किया। प्रभारी मंत्री के दौरे की सबसे खास बात यह रही की वे चंद नेताओं से घिरे रहे लेकिन वरिष्ठ नेता एक भी ने कार्यक्रम में उनके साथ नहीं थे। यह जन चर्चा का विषय बना हुआ हैं।
अमूमन जिले में प्रभारी मंत्री के दौरे कार्यक्रम होते हैं। उस समय संगठनात्मक दृष्टि से देखें तो संबंधित पार्टी के पदाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ नेता साथ में चलते हैं, लेकिन प्रभारी मंत्री तोमर के कार्यक्रम में चंद नेताओं को छोडक़र एक भी वरिष्ठ नेता नजर नहीं आए। प्रभारी मंत्री ने जिलाधीश कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा की, नाले की सफाई का मौका मुआयना किया, अस्पताल व गौशाला का निरीक्षण किया। इन कार्यक्रमों में पूर्व विधायक, पार्टी के जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, वर्तमान विधायक सहित अन्य पदाधिकारी नदारद रहे जो जन चर्चा का विषय बना।
सिंधिया की हार को भुला नहीं पा रहे प्रभारी मंत्री
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल के 6 माह पूर्ण होने पर प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जिलाधीश कार्यालय में सरकार की उपलब्धियों को पत्रकारों के समक्ष गिना रहे थे उसी दौरान शिवपुरी में व्याप्त जन समस्याओं को लेकर पत्रकारों ने प्रभारी मंत्री से सवाल जवाब करते हुए कहा कि यदि सरकार ने काम किया होता तो सिंधिया परिवार की परंपरागत सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को पराजय का सामना नहीं करना पड़ता।
जैसे ही सिंधिया की पराजय का सवाल सामने आया प्रभारी मंत्री अपने आपको रोक नहीं पाए और उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सिंधिया ने बहुत काम किए हैं लेकिन भाजपा के माया जाल में फंस कर जनता ने उन्हें चुनाव हरा दिया। उन्हें विश्वास है कि भले ही आज चन्द्र ग्रहण की तरह कुछ समय के लिए छुप गए लेकिन भविष्य में वह प्रकाश पुंज की भांति पुन: सामने आऐंगे। इतना ही नहीं श्री तोमर ने आगे कहा कि सिंधिया जैसे नेता अगर राजनीति से किनारा कर लेंगे तो आगे आने वाली पीढ़ी का जीना मुश्किल हो जायेगा।
पत्रकारों के सवालों के जवाब से काटी कन्नी
शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर जब प्रभारी प्रद्युम्न सिंह तोमर से सवाल किए कि आपके कहे अनुसार 6 माह में सिंध जलावर्धन योजना का पानी घरों तक नहीं पहुंचा हें। इस सवाल के जवाब में प्रभारी मंत्री ने कहा कि शहर की टंकियां तो भरने लगी हैं, जिस पत्रकार ने कहा कि यह टंकियां तो पूर्व में भी भरती थी, इस सवाल प्रभारी मंत्री ने गोलमोल जवाब देकर शांत हो गए वहीं विद्युत मंडल के बिलों के संबंध में कहा कि भाजपा सरकार ने संबंल योजना के माध्यम 200 रूपए का बिल दिया जा रहा था लेकिन आज वहीं बिल 2500 से लेकर 1800 रूपए तक आ रहा हैं। तो उनका कहना था कि 100 यूनिट बाले बिलों की राशि 100 रूपए दी जा र ही हैं, लेकिन जब पत्रकारों ने कहा कि 1800 रूपए के बिलों के विद्युत मंडल के अधिकारी 500 रूपए कैसे कर रहे हैं। इस सवाल के जवाब में भी प्रभारी मंत्री ने कन्नी काट कर प्रेस वार्ता को समाप्त कर दिया।
