कोलारस। कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत चिलावद, खरई, झाडेल, सिघराई, वसाई सहित अनेक ग्राम पंचायतों में फर्जीवाड़ा सरपंच सचिव रोजगार सहायकों द्वारा किया जा रहा हैं।
ग्राम पंचायत झाडेल में तो खेल मैदान के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला फर्जीवाड़ा कर किया गया है खेल मैदान में जेसीबी से नाली खोदी गई रोलर चला ही नहीं है जबकि बिल रोलरका लगाया गया है और इसका भुगतान कान्हाबिल्डिंग मटेरियल के नाम से किया गया है जबकि इस फर्म पर रोलर मौजूद ही नहीं है और फर्जी बिल लगाकर खेल मैदान पर कुल खर्च राशि 325922 है और रुपया फर्जी तरीके से निकालकर सचिव सरपंच रोजगार सहायक ने हजम कर लिया हैं।
इसी तरह ग्राम पंचायत खरई सिघराई लुकवासा चिलावद टीला देहरोद अटामानपुर नेतवास मोहराई वसाई मैं जमकर निर्माण कार्यों में फर्जीवाड़ा कर शासन की राशि को चपत लगाई गई है जनपद पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी से लेकर उपयंत्री सहित ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव रोजगार सहायक मिल बांटकर शासन की गुल्लक को चपत लगा रहे हैं और ग्राम पंचायतों में विकास के लिए आने वाली राशि का दुरुपयोग करने में जुटे हुए हैं।
ग्राम पंचायतों में सरकारी पैसे के गबन को रोकने के लिए जितने प्रयास हो रहे हैं उतनी ही तेजी से पंचायतों में आर्थिक गड़बडिय़ां बढऩे लगी है पंचायतों में फर्जीवाड़ा इस स्तर का हो रहा है कि सीमेंट रेट सरिया से लेकर अन्य सामग्री सप्लाई के लिए फर्जी फर्मो की बाढ़ आई हुई है अधिकांश पंचायतों में सरपंच सचिव रोजगार सहायक अपने परिजन या अन्य परिचित के नाम से फर्म बनाकर पंचायत की राशि को मिलकर डकार रहे हैं
पंचायतों में अधिकांश शौचालयों का कार्य अपूर्ण
केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार जहां शौचालय बनवाने के लिए हितग्राहियों को प्रेरित कर रही है वहीं कोलारस जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली करीब एक दर्जन ग्राम पंचायतों में मर्यादा अभियान में बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है परंतु निरीक्षण करने जब भी जनपद के अधिकारी पहुंचते हैं तो वह नोटिस देकर ले देकर मामला रफा-दफा कर देते हैं।
कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सेसई सडक़ मकरारा वसाई सिघराई मोहरा झाडेल लुकवासा टीला डेहरवारा खरई अटामानपुर साखनोर सहित अधिकांश ग्राम पंचायतों में शौचालय बनवाने के लिए हितग्राही आज भी जनपद से लेकर सचिवों के चक्कर लगा रहे हैं इन ग्राम पंचायतों में अनेक शौचालय कागजों में बना दिए गए जिसके चलते अभी तक इस ग्रहों को शौचालय नसीब नहीं हुए हैं।
अनेक बार जनपद पंचायत की जिम्मेदार आला अधिकारी को भी शिकायतें की परंतु उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया जिसके चलते पंचायतों द्वारा कागजों में शौचालय ग्राम पंचायतों में बना डाले हैं और अधिकांश ग्रामीणों के यहां शौचालय ना होने के चलते वह आज भी शोच के लिए बाहर जा रहे हैं कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में जमकर मर्यादा अभियान को पलीता लगाया गया है।
यदि इन पंचायतों में एक एक घर पर जाकर शौचालय को देखा जाए तो धरातल पर अधिकांश शौचालय गायब मिलेंगे और अधिकांश शौचालय अधूरे मौके पर मौजूद मिलेंगे कुल मिलाकर यहां पर शासन के नुमाइंदे ही मिले हुए हैं जिसके चलते भ्रष्टाचार मनमानी ग्राम पंचायतों में रोकने के बावजूद भी नहीं रुक पा रही है और सबसे अधिक निर्माण कार्य कागजों में हो चुका है धरातल पर दिखाई नहीं देता है और शासन के बजट जो कि ग्राम विकास के लिए भेजा जाता है उस बजट को बड़ी चतुराई से पंचायत स्पेक्टर उपयंत्री आला अधिकारी सचिव रोजगार सहायक सरपंच ने हजम कर लिया हैं।
जिसके चलते लापरवाह लोगों पर कार्यवाही नहीं की जाती है और शिकायत करने वाले ग्रामीणों को कह दिया जाता है कि आपकी शिकायत पर जांच कराई जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी परंतु अभी तक कितने भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की गई है आखिर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती क्या शासन के बजट को ऐसे ही कोलारस जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में फर्जी तरीके से हजम कर लिया जाएगा यह एक सोचनीय बिंदु है और जिले के आला अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए जिससे ग्राम पंचायतों में रहने वाले जरूरतमंद लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके।
