करैरा। खबर जिले के करैरा अनुविभाग से आ रही है। यह खबर प्रशासन की दुर्बलता और वेकाबू होते रेत माफिआयो और प्रशासन पर हावी होते रेत माफियाओ पर प्रकाश डालती हैं। बताया गया है कि करैरा में नेशनल पार्क के उडनदस्ते ने रेत से भरे एक डंपर को रोकने का प्रयास किया जो उसने उडनदस्ते पर ही डंफर चढा दिया। अचानक डम्फर से किए गए इस हमले में उडनदस्ता चालक और अन्य ग्रामीण घायल हो गया। रेत माफिया अपना डम्फर खाली कर भाग गए।
जानकारी के अनुसार नेशनल पार्क शिवपुरी से उड़नदस्ता तीन गाड़ियों से करैरा अभयारण्य क्षेत्र में गया था। फॉरेस्ट ऑफिसर एलपी आर्य ने बताया कि भ्रमण के दौरान उड़नदस्ता ने करही गांव के पास रेत से भरे डंपर क्रमांक एमपी 07 जीए 2432 को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी और डंपर भगा ले गया। डंपर की टक्कर से गाड़ी चालक मुरारी रजक और श्रमिक जगदीश खटीक घायल हो गए।
करीब 5-6 किमी तक उड़नदस्ता की गाड़ियों ने पीछा किया तो चालक ने डंपर को खड़ा किया और चाबी निकालकर मौके से भाग गया। इस पर उड़नदस्ता में शामिल कर्मचारियों ने किसी तरह डंपर चालू किया। वे डंपर को जब्त कर ला रहे थे, तभी गधाई गांव के पास रेत माफिया आ पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से उड़नदस्ता को घेर लिया।
डंपर की रेत सड़क पर ही खाली कर दी, फिर डंपर को छुड़ाकर ले गए। इस घटना की रिपोर्ट करैरा थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस ने दो आरोपी रामकिशन और दिलीप परिहार सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
डंपर पकड़ने यह लोग गए थे अभयारण्य सीमा में
करैरा अभयारण्य की सीमा में गुरुवार सुबह साढ़े चार बजे उड़नदस्ते की टीम ने करही रमगढ़ा मार्ग पर डंपर पकड़ा था। उस दौरान उड़नदस्ता प्रभारी रेंजर आर्य, डिप्टी रेंजर गज्जूराम कोरी, नरेश आदिवासी डिप्टी रेंजर, सादिक मोहम्मद वनपाल, दीपक मौर्य वनरक्षक, अरविंद जयंत, अनुग्रह वशिष्ट, याकूब खान चालक, मुरारी लाल चालक मौजूद रहे थे।
इस पूरी घटना के समय उड़नदस्ता प्रभारी रेंजर आर्य मौजूद रहे, लेकिन थाने पर केस दर्ज कराने के दौरान वह मौजूद नहीं थे। प्रभारी रेंजर अनुराग तिवारी के आने के बाद ही पुलिस ने केस दर्ज किया।