शिवपुरी। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई शिवपुरी ने रतलाम मे पुलिस द्वारा विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं से की गई बदसलूकी व मारपीट के लिए जिम्मेदार कमलनाथ सरकार के विरोध में काली पट्टी बांधकर मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा।
जानकारी देते हुए नगर मंत्री आदित्य पाठक ने बताया कि 24 जून को शाम साढे 7 बजे रतलाम के परिषद कार्यकर्ता स्मित धवन के पारिवारिक विवाद के कारण परिवार को औद्योगिक थाना बुलाया गया था। स्मित धवन अपने साथ कृष्णा डिंडोर, जयेश जाजोरिया, विशाल पाल को लेकर थाने पहुंचे जब कॉन्स्टेबल मेहताब सिंह ने इन सब से पूछा तुम्हारा क्या काम तो स्मित ने कहा यह मेरे मित्र है और इस पर कॉन्स्टेबल मेहताब सिंह ने गलियां देना, डंडे से मारपीट शुरू कर दी।
इस घटना की जानकारी जब सी.एस.पी. को जानकारी दी तो सी.एस.पी. ने कहा थाने आओ और आवेदन दे दो। जब अभाविप के कार्यकर्ता थाने पहुँचे तो वहाँ मौजूद 8 जवानों ने सभी कार्यकर्ताओं से कहा कि पुलिस की शिकायत करता है और उन सभी 8 जवानों ने कार्यकर्ताओं से मारपीट शुरू कर दी जब सी.एस. पी. जब थाने पहुंचे तो उन्होंने भी कहा कि इन्हें मारो, मारते समय एक पुलिस वाले का डंडा तक टूट गया था।
इसके बाद कुछ कार्यकर्ताओ को पुलिस ने थाने में ही रोक लिया और उनके कपड़े उतरवा दिए और दो घण्टे थाने में रखा गया और अपराधियों की भांति व्यवहार किया गया, जब रतलाम के नागरिकों व पत्रकारों ने कारण पूछा तब जाकर उन्होंने कार्यकर्ताओं को छोड़ा और मेडिकल कराया और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें डरा धमकाकर घर भेज दिया, किन्तु रात में कार्यकर्ताओं की तबियत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
इस पर अभाविप ने मांग की सी.एस.पी. समेत सभी पुलिस वालों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए और इन्हें तत्काल निलंबित किया जाए और आद्योगिक थाने की 07:30 बजे से 12:00 बजे तक की सी सी टी वी कैमरे की रिकॉर्डिंग सार्वजनिक की जाए और इस मामले की मजिस्ट्रेट से न्यायिक जांच कराई जाए।
इस मौके पर मुख्य रूप से जिला संयोजक वेदांश सविता , नगर मंत्री आदित्य पाठक, निकेतन शर्मा, अनुरंजन चतुर्वेदी, प्रधुम्न गोस्वामी, सुक्रत शर्मा, मुकुल राठौर, रितिक परिहार, सुकृत शर्मा शशिकांत शर्मा एवं उमेश कुशवाहा आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
