केपी यादव को कमजोर केंडिडेट माना गया था | SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
शिवपुरी। भाजपा प्रत्याशी केपी यादव को ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने काफी कमजोर केंडिडेट माना गया था। आरोप लगाए गए थे कि केपी यादव ने गंभीरता से चुनाव नहीं लड़ा। पूरी ताकत नहीं लगाई। समर्थन में पर्याप्त तर्क भी दिए गए थे। हालात यह थे कि शिवपुरी एवं पिछोर विधानसभा की ज्यादातर पोलिंग पर केपी यादव का पोलिंग ऐजेंट तक तैनात नहीं किया गया था। बावजूद इसके केपी​ यादव चुनाव जीत गए।

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हालात यह थे कि केपी यादव के लिए भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशील रघुवंशी के निवास वाली पोलिंग तक पर ऐजेंट नियुक्त नहीं किया गया था। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं ने उनसे व्यक्तिगत स्तर पर कोई बातचीत नहीं की। केपी यादव भी चुपचाप अपना प्रचार करते थे। निष्क्रीय भाजपा नेताओं की प्रदेश चुनाव समिति के सामने कोई शिकायत नहीं की।

चुनाव प्रचार के दौरान एक खबर सुर्खियों में आई थी कि बसपा की तरह केपी यादव भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन का ऐलान कर सकते हैं। फिर बाद में यह मामला शांत हो गया। केपी यादव ने इसे अफवाह तो बताया परंतु अफवाह उड़ाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी।