शिवपुरी। चुनाव के बाद चल रही ज्योतिरादित्य सिंधिया की हार की समीक्षा में हर जगह से ज्योतिरादित्य सिंधिया को निराश करने बाली खबरें आ रही है। मोदी की सुनामी ने सिंधिया के गढ को पूरी तरह से धरासाई कर दिया। शिवपुरी और कोलारस में जहां कांग्रेस नेता सिंधिया को वोट दिलाने में असफल रहे वहीं पिछोर में विधायक केपी सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से सिंधिया को 15 हजार से अधिक मतों की बढ़त दिलाने में सफलता हासिल की।
जबकि कांग्रेस की गुटबाजी में ज्योतिरादित्य सिंधिया और केपी सिंह अलग अलग गुट के माने जाते हैं और इसी कारण पांच बार के विधायक होने के बावजूद केपी सिंह को मंत्री मण्डल में स्थान नहीं दिया गया है। श्री सिंह ने अपने गांव करारखेड़ा की पोलिंग पर कांग्रेस के पक्ष में जबरदस्त वोटिंग कराई है
यहां कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को 562 मत मिले हैं जबकि भाजपा को मात्र 5। पोलिंग नम्बर 42 में भी कांग्रेस का जलबा कायम रहा, कांग्रेस को 499 मत मिले जबकि भाजपा 12 मत ही ले पाई।