शिवपुरी। वर्तमान समय रवि की फसल की बोवनी की तैयारी चल रही है। इस कारण किसानों को खाद की आवश्यकता है,बोनी के समय डीएपी की आवश्यकता है डीएपी नहीं होगी तो किसान अपनी फसल खेतो मे नही बो सकता है। शिवपुरी जिला प्रशासन किसानों को समय पर खाद नहीं दे पा रहा है जहां खाद मिल रहा है वहीं किसानों को एक युद्ध जैसा लडना पड रहा है।
पोहरी के कृषि उपज मंडी में आज किसानों को खाद के टोकन बांटे जा रहे थे इसलिए किसान सुबह से ही टोकन लेने पहुंच गए थे,लेकिन प्रशासन ने वहां कोई टोकन वितरण के उचित प्रबंध नहीं किए थे इसलिए एक खिडकी पर धक्का मुक्की जैसा माहौल था। किसानों की शिकायत पर पोहरी विधानसभा के विधायक कांग्रेस के कैलाश कुशवाह हेलमेट लगाकर अपनी पहचान छुपाकर कृषि उपज मंडी में पहुंच गए।
कैलाश कुशवाह का कहना था कि में वहां पर एक घंटे से हेलमेट लगाकर घूम रहा था,लेकिन प्रशासन ने वहां पर टोकर वितरण की कोई व्यवस्था नहीं की थी इस कारण किसान परेशान हो रहे थे। टोकन की खिडकी पर किसान आपस में धक्का मुक्की कर रहे थे। विधायक का कहना था किसानों को भगवान मानने वाली भाजपा सरकार के राज्य में महिलाओं को खाद लेने के लिए इस प्रकार का संकट का सामना करना पड रहा है। इस जगह महिला भी लाइन में लगकर खाद का टोकन प्राप्त करने की कोशिश कर रही थी।
यहां पर प्रशासन की ओर से कोई पुलिस बल नहीं था। पोहरी टीआई ने मुझसे कहा कि एसडीएम साहब या तहसीलदार ने हमसे किसी भी प्रकार के पुलिस बल की मांग नहीं की थी। विधायक को मौके पर पहुंचने की जानकारी मिलने पर पोहरी एसडीएम उमेश शुक्ला और टीआई नरेंद्र सिंह कुशवाह भी मौके पर पहुंचे और टोकन नहीं मिलने से नाराज किसानों को शांत कराया और पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा बढ़ाई गई।
एसडीएम अनुपम शुक्ला ने कहा कि विधायक. के निर्देश पर टोकन की खिड़कियां बढाई जाने के अलावा 1667 कटटे आये जिनके कूपन.बांटे जाने थे वही पुलिस बल ने नहीं होने से थोड़ी बहुत थक्का मुख्खी हो जाती है मोके पर हमने पहुंच कर स्थिति को संभाला।
पोहरी के कृषि उपज मंडी में आज किसानों को खाद के टोकन बांटे जा रहे थे इसलिए किसान सुबह से ही टोकन लेने पहुंच गए थे,लेकिन प्रशासन ने वहां कोई टोकन वितरण के उचित प्रबंध नहीं किए थे इसलिए एक खिडकी पर धक्का मुक्की जैसा माहौल था। किसानों की शिकायत पर पोहरी विधानसभा के विधायक कांग्रेस के कैलाश कुशवाह हेलमेट लगाकर अपनी पहचान छुपाकर कृषि उपज मंडी में पहुंच गए।
कैलाश कुशवाह का कहना था कि में वहां पर एक घंटे से हेलमेट लगाकर घूम रहा था,लेकिन प्रशासन ने वहां पर टोकर वितरण की कोई व्यवस्था नहीं की थी इस कारण किसान परेशान हो रहे थे। टोकन की खिडकी पर किसान आपस में धक्का मुक्की कर रहे थे। विधायक का कहना था किसानों को भगवान मानने वाली भाजपा सरकार के राज्य में महिलाओं को खाद लेने के लिए इस प्रकार का संकट का सामना करना पड रहा है। इस जगह महिला भी लाइन में लगकर खाद का टोकन प्राप्त करने की कोशिश कर रही थी।
यहां पर प्रशासन की ओर से कोई पुलिस बल नहीं था। पोहरी टीआई ने मुझसे कहा कि एसडीएम साहब या तहसीलदार ने हमसे किसी भी प्रकार के पुलिस बल की मांग नहीं की थी। विधायक को मौके पर पहुंचने की जानकारी मिलने पर पोहरी एसडीएम उमेश शुक्ला और टीआई नरेंद्र सिंह कुशवाह भी मौके पर पहुंचे और टोकन नहीं मिलने से नाराज किसानों को शांत कराया और पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा बढ़ाई गई।
किसानों ने रखी अपनी पीड़ा
किसानों का कहना है कि सुबह से भूखे-प्यासे लाइन में लगने के बावजूद उन्हें टोकन नहीं मिलते। कई किसानों ने अपनी व्यथा जाहिर करते हुए कहा,कि हम लोग रात से लाइन में लगे हैं। सुबह तक भी टोकन नहीं मिला तो गुस्सा तो आएगा ही।खाद की जरूरत अभी है। खेती में देर होगी तो नुकसान हमें झेलना पड़ेगा। हमारी मजबूरी कोई समझता ही नहीं। दलाल पहले खाद ले जाते हैं और असली किसान परेशान होता है। इस पर रोक लगे तभी फायदा मिलेगा। किसानों ने आरोप लगाया कि वितरण धीमी गति से होता है और कई बार धक्का-मुक्की में चोट भी लग जाती है।एसडीएम अनुपम शुक्ला ने कहा कि विधायक. के निर्देश पर टोकन की खिड़कियां बढाई जाने के अलावा 1667 कटटे आये जिनके कूपन.बांटे जाने थे वही पुलिस बल ने नहीं होने से थोड़ी बहुत थक्का मुख्खी हो जाती है मोके पर हमने पहुंच कर स्थिति को संभाला।