SHIVPURI NEWS: FIR के विरोध में सवर्ण समाज शिवपुरी सड़क पर,भीम आर्मी के सदस्यों पर कार्रवाई की मांग

Bhopal Samachar

शिवपुरी। ग्वालियर में वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा के समर्थन में सवर्ण समाज ने शुक्रवार को राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया। इसमें अनिल मिश्रा पर दर्ज एफआईआर रद्द करने और भीम आर्मी के कुछ सदस्यों पर कार्रवाई करने की मांग की गई।

यह दिया ज्ञापन
ग्वालियर उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं ग्वालियर अभिभाषक संघ के पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्रा के खिलाफ भीम आर्मी के सदस्यों द्वारा की गई तथ्यहीन शिकायत को आधार मानकर क्राईम ब्रांच ग्वालियर द्वारा एक एफआईआर अपराध क्रमांक 027/2025 अंतर्गत धारा 323,353. (2),196 (1) बीएनएस के तहत गई है।

भारत एक लोकतांत्रिक देश है एवं प्रत्येक नागरिक को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है उक्त एफआईआर विधि विरुद्ध है एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कड़ा प्रहार है। श्री अनिल मिश्रा पर उक्त आधार हीन एवं तथ्यहीन कारणों के चलते जो कायमी की गई है एवं कायमी उपरांत भीम आर्मी द्वारा ब्राह्मण समाज को टारगेट कर शिवपुरी के संपूर्ण ब्राह्मण समाज की भावनाएं आहत हुई हैं जिससे समाज म भारी रोष व्याप्त है।

अतः आप से निवेदन है कि उक्त एफआईआर को खत्म करने का आदेश पारित करें। भीम आर्मी द्वारा सवर्ण समाज (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, कायस्थ) आदि के विरुद्ध अपमानजनक असंसदीय भाषा शैली का प्रयोग किया जा रहा है। इनकी यह बयानबाजी समाजों में विघटन पैदा कर रही है एवं ऐसी क्यानबाजी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ रही है। ऐसे तत्वों के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की जाए।

यह शामिल हुए ज्ञापन में
जिलाध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज भरत शर्मा, उपाध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज अशोक शर्मा कूड़ा, गोपाल त्रिवेदी, संजय अवस्थी,अशोक पालीवाल ,द्वारिका पाराशर, नरेंद्र दिग्गरा,केदार जैमिनी, भरत तिवारी, युवा मोर्चा विशाल भारद्वाज, रामसत्य त्रिवेदी, विवेक उपाध्याय अनुज शर्मा, रोहिताश नायक, बंटी चौबे, राजू नौहरी, शैलेन्द्र शर्मा , संजय अवस्थी, विवेक पालीवाल, राधा बल्लभ शर्मा एडवोकेट, उमाशंकर, अशोक उपाध्याय, सत्यम नायक, मुकेश तिवारी प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण महासभा अजीत karsena, केशव पाराशर, रामहेत तिवारी, एम के उपाध्याय, लालू शर्मा सुनील नायक ,सूरज अवस्थी, एवं करणी सेना, सवर्ण सेना अध्यक्ष रमन पंडित, अध्यक्ष बालमुकुंद पुरोहित, पूनम पुरोहित,लगभग 500 सदस्य शामिल थे।