शिवपुरी। शिवपुरी के स्वास्थ्य विभाग को बदनाम करने वाली खबर कोलारस के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से मिल रही है। इस स्वास्थ्य केंद्र मे नियम विरुद्ध एक साल बॉडेड डॉक्टर से एमएलसी और पोस्टमार्टम कराए जा रहे है जो नियम विरुद्ध है। इस मामले में बीएमओ का कहना है कि बॉंडेड डॉक्टर एमएलसी और पीएम नहीं कर सकते है वही सीएमएचओ का बयान इससे उलट है कि बॉंडेड डॉक्टर एमएलसी और पीएम कर सकते है।
कोलारस नगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसा हुआ है इस कारण यहां हादसे अधिक संख्या में होते है। कोलारस का स्वास्थ्य केन्द्र 20 बिस्तरों का अस्पताल है जिसमें 10 पलंग प्रसूताओं के लिए आरक्षित है और 10 पलंग जनरल है। वर्तमान समय मे कोलारस अस्पताल स्वास्थ्य विभाग ने बांडेड डॉक्टरों के भरोसे छोड दिया है। इस कारण यहां रैफर एक्सप्रेस तेज गति से चल रही हैं। यहां मामूली सी गंभीर स्थिति में मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है
कोलारस अस्पताल में प्रतिदिन 100 से अधिक मरीजो की ओटी है वही 4 से 5 एमएलसी होने के लिए पहुंचती है। कोलारस बीएमओ मुख्यालय पर नही रहते है वह शिवपुरी निवास कर रहे है वर्तमान समय मे कोलारस अस्पताल बॉन्डेड डॉक्टरों के भरोसे छोड दिया गया है। कोलारस मे 5 डॉक्टर पदस्थ है एवं 4 बॉन्डेड डॉक्टर पदस्थ है। बांडेड डॉक्टरों की ड्यूटी इमरजेंसी और मेडिकल सहित पीएम में भी लगा रखी है।
कोलारस बीएमओ संजय राठौर बोले कि बॉन्डेड डॉक्टर की ड्यूटी इमरजेंसी में लगाई जा सकती है बशर्ते 1 साल बॉन्ड वाले डॉक्टरों से एमएलसी व पीएम नहीं करा सकते। पांच साल वाले बांडेड डॉक्टर एमएलसी और पीएम कर सकते है।
शिवपुरी सीएमएचओ संजय ऋषीश्वर का कहना है कि बॉन्डेड डॉक्टर एमएलसी व पीएम करा सकते है और कर भी रहे है एक साल वाले वांडेड भी डॉक्टर ही तो है।
कोलारस नगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसा हुआ है इस कारण यहां हादसे अधिक संख्या में होते है। कोलारस का स्वास्थ्य केन्द्र 20 बिस्तरों का अस्पताल है जिसमें 10 पलंग प्रसूताओं के लिए आरक्षित है और 10 पलंग जनरल है। वर्तमान समय मे कोलारस अस्पताल स्वास्थ्य विभाग ने बांडेड डॉक्टरों के भरोसे छोड दिया है। इस कारण यहां रैफर एक्सप्रेस तेज गति से चल रही हैं। यहां मामूली सी गंभीर स्थिति में मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है
कोलारस अस्पताल में प्रतिदिन 100 से अधिक मरीजो की ओटी है वही 4 से 5 एमएलसी होने के लिए पहुंचती है। कोलारस बीएमओ मुख्यालय पर नही रहते है वह शिवपुरी निवास कर रहे है वर्तमान समय मे कोलारस अस्पताल बॉन्डेड डॉक्टरों के भरोसे छोड दिया गया है। कोलारस मे 5 डॉक्टर पदस्थ है एवं 4 बॉन्डेड डॉक्टर पदस्थ है। बांडेड डॉक्टरों की ड्यूटी इमरजेंसी और मेडिकल सहित पीएम में भी लगा रखी है।
कोलारस बीएमओ संजय राठौर बोले कि बॉन्डेड डॉक्टर की ड्यूटी इमरजेंसी में लगाई जा सकती है बशर्ते 1 साल बॉन्ड वाले डॉक्टरों से एमएलसी व पीएम नहीं करा सकते। पांच साल वाले बांडेड डॉक्टर एमएलसी और पीएम कर सकते है।
शिवपुरी सीएमएचओ संजय ऋषीश्वर का कहना है कि बॉन्डेड डॉक्टर एमएलसी व पीएम करा सकते है और कर भी रहे है एक साल वाले वांडेड भी डॉक्टर ही तो है।