नरवर। शिवपुरी जिले के नरवर थाना सीमा में पुरानी रंजिश के चलते पांच हमलावरों ने कट्टे से गोली मारकर बड़े भाई की हत्या कर दी है। जान बचाकर भागा छोटा भाई पैर में गोली लगने से जख्मी हो गया है। घायल को इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया है। घटना नरवर थाना क्षेत्र में देवरी की पुलिया की है। पुलिस ने पांच हमलावरों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि मृतक के भाई पर 354 का केस दर्ज कराया था, जिसमें वह बरी हो गया था।
जानकारी के मुताबिक ग्राम कांकर निवासी राजकिशोर कोली पुत्र स्व. मांगीलाल कोली की पांच हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। जबकि मृतक के छोटे भाई वीरेंद्र कोली को पैर में गोली लगी है। घायल वीरेंद्र कोली का कहना है कि 29 सितंबर को मैं व बड़ा भाई राजकिशोर कोली बाइक क्रमांक एमपी 33 एनडब्ल्यू 5828 से नरवर से घर कांकर लौट रहे थे। मैं बाइक चला रहा था और भाई पीछे बैठा था।
सुबह 10:30 बजे मगरौनी-देवरी नहर मार्ग पर देवरी की पुलिया से पहले पहुंचे, तभी पीछे से कार से गांव के राजू कोली, ओमप्रकाश कोली, सुंदर कोली निकले। पुरानी रंजिश के चलते गालियां देने लगे। गालियां देने से रोका तो कार से मलखान कोली और मनीष कोली कट्टा लेकर निकले।
राजू, ओमप्रकाश और सुंदर तीनों गाली देकर बोले कि गोली मारो। फिर मलखान व मनीष कोली ने जान से मारने की नीयत से भाई राजकिशोर को दो गोलियां मार दी। भाई राजकिशोर जमीन पर गिर गया। मैं डरकर खेतों की ओर भागने लगा। मनीष ने मुझे भी गोली मारी जो दाहिने पैर की पिंडली में लगी। मैं खेतों में छिप गया तो पांचों लोग कार से भाग गए।
जानकारी के मुताबिक ग्राम कांकर निवासी राजकिशोर कोली पुत्र स्व. मांगीलाल कोली की पांच हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। जबकि मृतक के छोटे भाई वीरेंद्र कोली को पैर में गोली लगी है। घायल वीरेंद्र कोली का कहना है कि 29 सितंबर को मैं व बड़ा भाई राजकिशोर कोली बाइक क्रमांक एमपी 33 एनडब्ल्यू 5828 से नरवर से घर कांकर लौट रहे थे। मैं बाइक चला रहा था और भाई पीछे बैठा था।
सुबह 10:30 बजे मगरौनी-देवरी नहर मार्ग पर देवरी की पुलिया से पहले पहुंचे, तभी पीछे से कार से गांव के राजू कोली, ओमप्रकाश कोली, सुंदर कोली निकले। पुरानी रंजिश के चलते गालियां देने लगे। गालियां देने से रोका तो कार से मलखान कोली और मनीष कोली कट्टा लेकर निकले।
राजू, ओमप्रकाश और सुंदर तीनों गाली देकर बोले कि गोली मारो। फिर मलखान व मनीष कोली ने जान से मारने की नीयत से भाई राजकिशोर को दो गोलियां मार दी। भाई राजकिशोर जमीन पर गिर गया। मैं डरकर खेतों की ओर भागने लगा। मनीष ने मुझे भी गोली मारी जो दाहिने पैर की पिंडली में लगी। मैं खेतों में छिप गया तो पांचों लोग कार से भाग गए।