शिवपुरी। शिवपुरी के लुधावली स्थित खाद गोदाम पर सोमवार को किसानों की लंबी कतारें लगी हुई थीं। उमस भरी गर्मी के बीच किसान बेहाल था, लेकिन यह बेखाली उस समय और ज्यादा बवाल हो गई, जब सुबह से लाइनों में लगे किसानों को यह पता चला कि खाद गोदाम पर सोमवार को डीएपी नहीं बल्कि यूरिया मिलेगा। अगर किसी को डीएपी लेना है तो वह उसका सब्सिट्यूट एनपीके ले सकते हैं। ऐसे में डीएपी को आस में पहुंचे किसान आक्रोशित हो गए।
किसानों का कहना था कि वह तो डीएपी की आस में आए थे, लेकिन यहां डीएपी मिला ही नहीं है। कुछ किसानों का कहना था कि चूंकि लाइन में तो लगे ही हैं तो वह अब यूरिया ही लेकर जाएंगे और उसे स्टाक करके रख लेंगे, क्योंकि बाद में इसकी भी जरूरत पड़ती है, नहीं तो बाद में यूरिया का संकट गहरा जाएगा। कुछ किसान मजबूरन एनपीके ले गए तो कुछ किसानों का कहना था कि इस समय जरूरत डीएपी की है, यूरिया की नहीं, इसलिए वह बिना खाद लिए ही वापस जाएंगे।
कुछ किसानों का कहना था कि वह डीएपी की जगह एनपीके इसलिए नहीं ले रहे हैं, क्योकि उनका अनुभव एनपीके को लेकर अच्छा नहीं रहा है।
इस मामले में जब उपसंचालक कृषि से बात की गई तो उनका कहना था कि गोदाम पर आज यूरिया ही बंटना था, क्योंकि गोदाम वाले अभी डीएपी को मशीन में नहीं ले पाए हैं। इसी के चलते हमने समाचार पत्रों के माध्यम से सूचना भी जारी की थी, किसानों को सोमवार को डीएपी को लेकर संभवतः गलतफहमी हो गई है। उम्मीद है कि बुधवार को लुभावली गोदाम पर डीएपी खाद का वितरण हो जाए। उपसंचालक के अनुसार कलेक्टर साहब के सख्त निर्देश हैं कि यदि कोई निजी उर्वरक विक्रेता उर्वरक की कालाबाजारी करता है अथवा अधिक दर पर विक्रय करते पागा जाता है, तो उसके विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत कठोर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
उप संचालक कृषि पान सिंह करोरिया का कहना है कि जिले को 873 मीट्रिक टन डीएपी प्राप्त हुआ है। जिसमें से 21 सहकारी समितियों को 535 मीट्रिक टन तथा निजी उर्वरक विक्रेताओं को 338 मीट्रिक टन डीएपी आवंटित किया गया है। इस डीएपी का वितरण 10 सितम्बर को सहकारी समितियों एवं निजी बिक्री केन्द्रों के माध्यम से किया जाएगा। उनके अनुसार डीएपी की कालाबाजारी न हो इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
आज इन संस्थाओं पर मिलेगा डीएपी
करेरा में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति दिनारा, करैरा व खुदवली
नरवर में प्राथमिक कृषि साख सहकारी
समिति सुनारी, सीहोर।
पोहरी में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति पोहरी, बमरा, चिपरवार।
बैराड़ में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बैराड़, बूढ़या, दुल्हारा, नदौरा, ककरीआ।
कोलारस में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बेहटा।
खतौरा में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति कुटवारा, इंदार।
रन्नौद में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति रन्नौद खरेह, महुआ।
शिवपुरी में प्राथमिक कृषि साक्ष
सहकारी समिति सिंह निवास, पिपरसमा
यहां पर भी होगा वितरण
पीताम्बरा कृषि केंद्र दिनारा, बालाजी ट्रेडर्स दिनारा, पाठक ब्रदर्स मिजेर, सिद्ध ट्रेडर्स अछरीनी, मितंज ट्रेडिंग कंपनी शिवपुरी, पीताम्बरा ट्रेडर्स शिवपुरी, छाजेड बंधु शिवपुरी अमन ट्रेडिंग कंपनी कदरवासर आलोक खाद भंडार खोड, आदिनाथ ट्रेडर्स कोलारस, श्री कृष्णा एपी मशीनरी खतौरा, दिव्या कृषि कृषि सेवा केंद्र पोहरी, राधिका ट्रेडर्स शिवपुरी राजेश ब्रदर्स शिवपुरी, विनोद ट्रेडिंग कंपनी शिवपुरी।
किसानों का कहना था कि वह तो डीएपी की आस में आए थे, लेकिन यहां डीएपी मिला ही नहीं है। कुछ किसानों का कहना था कि चूंकि लाइन में तो लगे ही हैं तो वह अब यूरिया ही लेकर जाएंगे और उसे स्टाक करके रख लेंगे, क्योंकि बाद में इसकी भी जरूरत पड़ती है, नहीं तो बाद में यूरिया का संकट गहरा जाएगा। कुछ किसान मजबूरन एनपीके ले गए तो कुछ किसानों का कहना था कि इस समय जरूरत डीएपी की है, यूरिया की नहीं, इसलिए वह बिना खाद लिए ही वापस जाएंगे।
कुछ किसानों का कहना था कि वह डीएपी की जगह एनपीके इसलिए नहीं ले रहे हैं, क्योकि उनका अनुभव एनपीके को लेकर अच्छा नहीं रहा है।
इस मामले में जब उपसंचालक कृषि से बात की गई तो उनका कहना था कि गोदाम पर आज यूरिया ही बंटना था, क्योंकि गोदाम वाले अभी डीएपी को मशीन में नहीं ले पाए हैं। इसी के चलते हमने समाचार पत्रों के माध्यम से सूचना भी जारी की थी, किसानों को सोमवार को डीएपी को लेकर संभवतः गलतफहमी हो गई है। उम्मीद है कि बुधवार को लुभावली गोदाम पर डीएपी खाद का वितरण हो जाए। उपसंचालक के अनुसार कलेक्टर साहब के सख्त निर्देश हैं कि यदि कोई निजी उर्वरक विक्रेता उर्वरक की कालाबाजारी करता है अथवा अधिक दर पर विक्रय करते पागा जाता है, तो उसके विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत कठोर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
उप संचालक कृषि पान सिंह करोरिया का कहना है कि जिले को 873 मीट्रिक टन डीएपी प्राप्त हुआ है। जिसमें से 21 सहकारी समितियों को 535 मीट्रिक टन तथा निजी उर्वरक विक्रेताओं को 338 मीट्रिक टन डीएपी आवंटित किया गया है। इस डीएपी का वितरण 10 सितम्बर को सहकारी समितियों एवं निजी बिक्री केन्द्रों के माध्यम से किया जाएगा। उनके अनुसार डीएपी की कालाबाजारी न हो इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
आज इन संस्थाओं पर मिलेगा डीएपी
करेरा में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति दिनारा, करैरा व खुदवली
नरवर में प्राथमिक कृषि साख सहकारी
समिति सुनारी, सीहोर।
पोहरी में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति पोहरी, बमरा, चिपरवार।
बैराड़ में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बैराड़, बूढ़या, दुल्हारा, नदौरा, ककरीआ।
कोलारस में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बेहटा।
खतौरा में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति कुटवारा, इंदार।
रन्नौद में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति रन्नौद खरेह, महुआ।
शिवपुरी में प्राथमिक कृषि साक्ष
सहकारी समिति सिंह निवास, पिपरसमा
यहां पर भी होगा वितरण
पीताम्बरा कृषि केंद्र दिनारा, बालाजी ट्रेडर्स दिनारा, पाठक ब्रदर्स मिजेर, सिद्ध ट्रेडर्स अछरीनी, मितंज ट्रेडिंग कंपनी शिवपुरी, पीताम्बरा ट्रेडर्स शिवपुरी, छाजेड बंधु शिवपुरी अमन ट्रेडिंग कंपनी कदरवासर आलोक खाद भंडार खोड, आदिनाथ ट्रेडर्स कोलारस, श्री कृष्णा एपी मशीनरी खतौरा, दिव्या कृषि कृषि सेवा केंद्र पोहरी, राधिका ट्रेडर्स शिवपुरी राजेश ब्रदर्स शिवपुरी, विनोद ट्रेडिंग कंपनी शिवपुरी।