SHIVPURI NEWS - मून की रियल तस्वीरो से मिलती है शिवपुरी की इस कॉलोनी की सडको के फोटो, पढ़िए खबर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शायरी गजलें और फिल्मी गीतो में चांद को सुंदरता की उपमा दी जाती है। लेकिन अंतरिक्ष एजेंसियों ने मून के वास्तविक फोटो को खींच के लोगों के पास पहुंच गया तो उसमें गड्ढे ही गड्ढे दिखाई देते है। ऐसे की शिवपुरी शहर के कई कॉलोनियों की सड़कों पर कीचड़ से भरे गड्ढे ही गड्ढे दिखाई देते है। रहवासी और इन सडको पर सफर करने वाले लोग राम राम कहकर चलते है इसका एक कारण है कि इन गड्ढे और कीचड़ युक्त सडको पर चलने के लिए भक्ति की शक्ति और मन को एकाग्र करने के लिए राम नाम का सहारा लेना पड़ता है,कही ऐसा ना हो जाए मन मे भटका और पैर या बाइक का टायर स्लिप हो जाए और यह सडको पर बाहें पसारे यह गड्ढे हमे अपनी आगोश मे नही ले ले,इसलिए राम के नाम का जाप करना पडता है।

शहर के सोन चिरैया रोड से होटल सोन चिरैया से आगे निकलते ही एक डीपी दिखाई देती है। इस डीपी से दर्पण कॉलोनी की मुख्य सड़क शुरू होती है और यह सड़क ठकुरपुरा के पीछे वाले हिस्से में बनी पानी की बड़ी टंकी तक जाती है इसके बाद यह सडक मेडिकल कॉलेज तक जाती है। होटल सोन चिरैया रोड से शुरू होते ही इस सड़क पर सीसी रोड शुरू होती है यह सीसी रोड लगभग 500 मीटर होनी थी लेकिन ठेकेदार ने फिलहाल इसको 100 मीटर से कम ही बनाया है उसके बाद इस एक किलोमीटर लंबी सड़क कच्ची है मानसून काल में इस सड़क पर चलना मुश्किल हो गया था। पैदल और बाइक की बात तो छोडो छोटी कारो को इस सड़क पर प्रतिबंध लग गया था। वर्तमान में वर्षा थम चुकी है कुछ गढडो ने अपना आकार भरना शुरू कर दिया लेकिन यह सडक अभी भी मुसीबत है।

वर्तमान की बात करे तो दर्पण कॉलोनी में बुधवार दोपहर गड्ढा होने से पानी के कैपरों से भरा एक लोडिंग ऑटो ही पलट गया। कॉलोनी के लोग कई बार पार्षद से लेकर नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत कर चुके है, लेकिन इसके बाद भी अभी तक लोगों की कोई सुनवाई नहीं हुई।  कच्चा रास्ता होने से दिनभर धूल उड़ती है वहीं जरा सी बारिश होने पर चारों तरफ कीचड़ हो जाती है। स्थिति यह है कि सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों व महिलाओं को होती है। है। वह इन गड्ढों में भरे पानी में गिरकर चोटिल हो जाते है।

गड्ढे भरने के नाम पर हो गया लाखों का घोटाला
बारिश के दौरान इन पॉश कॉलोनियों की हालत बहुत खराब थी, इसको लेकर नगर पालिका ने इन गड्ढों व सड़कों को चलने लायक बनाने के लिए मुरम, गिट्टी व कत्तल डालने का काम ठेकेदार को दिया, लेकिन ठेकेदार ने दो या चार स्थानों पर कत्तल डालकर खानापूर्ति कर ली और 16 लाख रुपए का घोटाला हो गया। जबकि उन कॉलोनियों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। लोग अभी भी अपने घर से बाजार सही तरह से नहीं आ जा पा रहे। कई लोग तो नगर पालिका के इस मनमाने रवैये के कारण काफी आक्रोशित भी है।

यह बोले परेशान लोग
दर्पण कॉलोनी में मकान बनाए 4 साल से अधिक समय हो गया। सड़क बनाने के लिए स्थानीय पार्षद से लेकर अध्यक्ष व अधिकारियों से कई बार बोल चुके, लेकिन अभी तक इन सड़कों को बनाने का प्रस्ताव तक तैयार नहीं हुआ। आने-जाने में काफी परेशानी आती है।
विष्णु अग्रवाल, दर्पण कॉलोनी।

नगर पालिका में तो काम के नाम पर केवल घोटाले होते हैं। हमारी कॉलोनी में भी गिट्टी व मुरम डालने के नाम पर घोटाला हो गया। सड़क आज भी गड्ढे व जर्जर हालत में है। जरा सा पानी भरने के बाद लाल मिट्टी होने से पूरे में कीचड़ हो जाती है। कई नेता व अधिकारी वार्ड की सड़कें देखने तो आए, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
पंकज घई, निवासी दर्पण कॉलोनी

यह बोले जिम्मेदार
यह बात सही है कि कई पास अभी हम वहां पर बजट न होने के फेर में नई सड़कें तो नहीं बनवा सकते, लेकिन वहां पर गिट्टी या मुरम डालकर आने-जाने लायक रास्ता करवा सकते हैं। बाकी शहर की मुख्य सड़कों को बनवाना हमारी पहली प्राथमिकता है।
सचिन चौहान, एई नपा, शिवपुरी