शिवपुरी। शिवपुरी की धरा से अंकुरित हुई अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन पिछले 11 साल से सनातन धर्म के प्रचार में नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। जानकी सेना पिछले 11 वर्ष में 631 सुंदरकांड का आयोजन कर चुके। वही जानकी सेना संगठन ने देश के कई महानगरों सहित देश के तीर्थ स्थल और विदेशों में भी बडे सामूहिक सुंदरकांड का आयोजन संपन्न कर चुके है। वही इस संगठन ने बीते शनिवार को ब्रह्म बेला में अपना 632 वां सुंदरकांड का आयोजन कराया। यह सुंदरकाण्ड शहर के बीआर टावर मे संपन्न हुआ।
संगठन के सदस्यों ने ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4:00 बजे उठकर सुंदरकांड का पाठ प्रारंभ किया, जो सुबह 6:30 बजे तक जारी रहा। ढाई घंटे तक चले इस सुंदरकांड की खास बात यह रही कि इसके आयोजन के लिए रातभर जानकी सैनिकों ने पूरी मनोयोग से तैयारी की और ब्रह्म मुहूर्त में ठीक 4 बजे सुंदरकांड का पाठ आरंभ किया। सुंदरकांड के दौरान, पाठ करने वालों के सामने चौकियां बिछाई गईं, जिन पर शुद्ध घी के दीपक जलाए गए, और हनुमान जी महाराज का आह्वान किया गया।
इस आयोजन में सैकड़ों महिला और पुरुष इकाई के सदस्य उपस्थित रहे, जिन्होंने इस अनूठे सुंदरकांड पाठ में भाग लिया और इस संकल्प के साक्षी बने। सुंदरकांड के दौरान ऐसा प्रतीत हुआ मानो रात्रि के समय में ही इसका प्रारंभ हुआ हो और जैसे-जैसे पाठ समापन की ओर बढ़ा, सुबह का पहला पहर यानी उजाला हो चुका था। इस अनूठे और अद्भुत सुंदरकांड पाठ का आयोजन वी आर भवन पर किया गया। आयोजन की पुण्यार्जक रक्षा सिंह रावत रही।
नेपाल जानकी महल में जल्द ही आयोजित होगा विशेष सुंदरकांड पाठ
इस दौरान ब्रह्म मुहूर्त में सुंदरकांड का महत्व समझाते हुए संगठन के राष्ट्रीय विस्तारक महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास महाराज ने बताया कि यह अति उत्तम समय होता है। जब हम प्रभु की आराधना करते हैं तो हमारी प्रार्थना प्रथम पंक्ति में ही सुन ली जाती है। वहीं संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत ने कहा कि हमारे द्वारा यह अनोखी पहल की गई लेकिन सभी जानकी सैनिकों का ऐसा मानना है कि इस तरह का सुंदरकांड समय-समय पर होते रहना चाहिए, जिससे लोगों में उत्सुकता रहे। जिस पर हमारी सलाहकार समिति द्वारा विचार विमर्श किया जाएगा। आगे की रूपरेखा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारा आगामी सुंदरकाण्ड जल्द ही नेपाल के जानकी महल में कराए जाने तैयारी चल रही है।